नई दिल्ली। आज मंगलवार है, मतलब आज भगवान हनुमान का दिन है। और आज हम आप सभी हनुमान भक्तों के लिए एक ऐसी चमत्कारी जानकारी लेकर आए हैं। जिसे पढ़ने के बाद आप न सिर्फ हैरान रह जाएंगे बल्कि आप समय निकाल कर हनुमान जी के चरणों में हाजिरी भी लगाने जाएंगे। दरअसल हम बजरंग बली के एक मंदिर के बारे में बात कर रहे हैं, जहां बजरंग बली को डॉक्टर के रूप में पूजा जाता है।
इसमें चौंकने वाली कोई बात नहीं है, क्योंकि ये बात बिल्कुल सच है। मंदिर की मान्यताओं के मुताबिक अपने एक भक्त के इलाज के लिए खुद भगवान हनुमान डॉक्टर के रूप में यहां आए थे। लिहाज़ा इस मंदिर के साथ लाखों श्रद्धालुओं की आस्था और भावनाएं जुड़ी हुई हैं। बताया जाता है कि बजरंग बली यहां अपने एक भक्त का इलाज करने के लिए आए थे, बीमार भक्त एक साधु थे।
बताया जाता है कि साधु को काफी लंबे समय से कैंसर था, जो कई उपायों के बाद भी लाइलाज बना हुआ था। मान्यता है कि जब यहां भगवान आए थे तो वे एक डॉक्टर की वेश-भूषा में ही आए थे और भक्त को दर्शन दिए थे। साधु के मुताबिक बजरंग बली जब डॉक्टर के रूप में आए थे तो उन्होंने अपनी गर्द में आला भी लिया हुआ था। लेकिन सबसे हैरत की बात तो यह है कि तमाम इलाज के बाद भी जब साधु का स्वास्थ्य नहीं सुधर रहा था, लेकिन बजरंग बली के इलाज के बाद साधु बिल्कुल ठीक हो गए।
मंदिर में आने वाले सभी श्रद्धालु कहते हैं कि डॉ. हनुमान के पास दुनिया की सभी जटिल से जटिल बीमारियों का पक्का इलाज है। गौरतलब है कि आज से करीब 300 साल पहले बजरंग बली की यह चमत्कारी मूर्ति एक नीम के पेड़ के नीचे से प्राप्त हुई थी। उस दिन से लेकर आज तक भगवान हनुमान की पूरे विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जा रही है। बताया जाता है कि यूपी के इटावा ज़िले के भिंड के पास स्थित दरौआ सरकार धाम में यह मंदिर है, जहां हर मंगलवार भारी संख्या में रोगी आते हैं।