फेडरर ने जहां दूसरी बार यह खिताब जीता वहीं नडाल पहली बार यह खिताब जीतने से दूर रह गये। इस टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले नडाल के 9875 एटीपी अंक थे जबकि फेडरर के 7505 एटीपी अंक थे। नडाल को फाइनल में पहुंचने से 590 अंक मिले। फेडरर के हिस्से में खिताब जीतने से 1000 अंक आये। शंघाई मास्टर से पहले दोनों के बीच 2370 अंक का फासला था जो अब घटकर 1960 आ गया है। फेडरर ही अभी एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जो नडाल को इस सत्र का समापन नंबर एक के रूप में करने से रोक सकते हैं।
चोट के कारण कोर्ट से बाहर चल रहे ब्रिटेन के एंडी मरे का तीसरा स्थान बना हुआ है जबकि शंघाई में सेमीफाइनल तक पहुंचे क्रोएशिया के मारिन सिलिच एक स्थान के सुधार के साथ चौथे नंंबर पर पहुंच गये हैं। इस बीच तियानजिन में खिताब जीतने वाली शारापोवा ने विश्व रैंकिंग में 29 स्थान की छलांग लगायी है और वह 57वें नंबर पर पहुंच गयी हैं। महिला रैंकिंग में रोमानिया की सिमोना हालेप और स्पेन की गरबाइन मुगुरूजा के शीर्ष दो स्थान बरकरार है।
19 बार के ग्रैंड स्लेम विजेता स्विस मास्टर ने कहा कि मेरी प्राथमिकता अब लंदन है। मैं 2011 के बाद से अपना पहला एटीपी फाइनल्स जीतना चाहता हूं। मेरा यह साल शानदार रहा है और यदि मैं एटीपी फाइनल्स जीतता हूं तो यह मेरे लिये बोनस होगा। साल का समापन नंबर एक के रूप में करना अभी दूर की बात है लेकिन मैं जैसा खेल रहा हूं उससे यह संभव भी हो सकता है। फेडरर अब 21 अक्टूबर से शुरू होने वाले अपने घरेलू बासेल इंटरनेशनल टूर्नामेंट में खेलेंगे।
चोट के कारण कोर्ट से बाहर चल रहे ब्रिटेन के एंडी मरे का तीसरा स्थान बना हुआ है जबकि शंघाई में सेमीफाइनल तक पहुंचे क्रोएशिया के मारिन सिलिच एक स्थान के सुधार के साथ चौथे नंंबर पर पहुंच गये हैं। इस बीच तियानजिन में खिताब जीतने वाली शारापोवा ने विश्व रैंकिंग में 29 स्थान की छलांग लगायी है और वह 57वें नंबर पर पहुंच गयी हैं। महिला रैंकिंग में रोमानिया की सिमोना हालेप और स्पेन की गरबाइन मुगुरूजा के शीर्ष दो स्थान बरकरार है।