सवाल : आपके बाद देश में कोई महिला खिलाड़ी उभरकर सामने नहीं आई, क्या प्रतिभा की कमी है या फिर सुविधाओं की कमी है?
जवाब : इसका जवाब कोई आसान नहीं है। हालांकि पहला कारण यह है कि हमारे यहां सिस्टम में कमी है, जिसे लेकर हम पहले भी कई बार खुलकर आवाज उठा चुके हैं। दूसरी कारण यह है कि टेनिस एक ग्लोबल स्पोट्र्स है और यहां बेहद कड़ी प्रतिस्पर्धा है। टेनिस महंगा खेल है और इसमें आगे बढऩे के लिए आपको काफी वित्तीय मदद की जरूरत पड़ती है। बिना अच्छे सिस्टम और वित्तीय मदद से आगे बढऩा बहुत मुश्किल होता है। मुझे नहीं लगता कि हमारे यहां प्रतिभा की कमी है। यहां कई अच्छे खिलाड़ी हैं लेकिन ग्रासरूट स्तर पर अच्छी सुविधाएं और मौके नहीं मिलने की वजह से प्रतिभाएं आगे नहीं बढ़ पाती। ये सिर्फ महिला नहीं बल्कि पुरुष खिलाडिय़ों के साथ भी है।
क्या आपको लगता है कि नडाल अब कभी वापसी कर पाएंगे?
जवाब : राफेल नडाल एक बेहद मजबूत खिलाड़ी हैं। चोट हर खिलाड़ी की जिंदगी का हिस्सा होती है और इससे वापसी करना मुश्किल होता है। लेकिन मुझे पूरा भरोसा है कि नडाल अगले साल जोरदार अंदाज में वापसी करेंगे।
इस साल फ्रेंच ओपन में खिताब का प्रबल दावेदार कौन है?
जवाब : जहां तक महिला एकल की बात है कि दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी इगा स्विटेक प्रबल दावेदार हैं और वे मेरी फेवरेट हैं। लेकिन ये देखना होगा कि वे चोटिल ना हों, क्योंकि कुछ दिन पहले उन्हें चोटिल होने के कारण मैच से हटना पड़ा था। वहीं, पुरुष एकल में नोवाक जोकोविच और कार्लोस अल्कारेज में से किसी एक का चैंपियन बनना तय है।
हाल ही में आप डब्ल्यूपीएल में आरसीबी टीम की मेंटोर रही, आपका अनुभव कैसा रहा।
जवाब : डब्ल्यूपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरु (आरसीबी) की टीम के साथ मेंटोर के तौर पर जुडऩा बेहद ही शानदार रहा। खास तौर पर ऐसी जगह, जहां युवा खिलाडिय़ों को बड़े मंच पर अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिल रहा हो। वहां कई क्रिकेटर ऐसी थी, जो काफी छोटे शहरों से आई थी और जिन्हें बड़े मंच पर दबाव का सामना करना था। उनके साथ अपना अनुभव बांटना और एक प्रोफेशनल खिलाड़ी बनने में उनकी मदद करना काफी काफी अच्छा अनुभव रहा।
प्रतिस्पर्धी टेनिस से संन्यास के बाद आपकी भविष्य की क्या योजनाएं हैं।
जवाब : मैं हमेशा स्पोट्र्स से जुड़ी रहना चाहती हूं, खासतौर पर टेनिस से। मेरी एकेडमी भी हैं, तो वहां युवाओं को ट्रेनिंग देना और उनका मार्गदर्शन करती रहूंगी। फिलहाल इससे ज्यादा मैंने अभी कुछ सोचा नहीं है लेकिन ये तय है कि मैं हमेशा खेलों से जुड़ी रहूंगी।