इस दौरान कलेक्टर सुमन ने निर्देशित किया कि पिछले ज्ञान को वर्तमान से जोडऩा है। कक्षावार उन्मुखीकरण कार्यक्रम विषयवार होगा। इसके उपरांत सिर्फ पढ़ाई होगी। स्कूल समय में कोई शिक्षक की किसी मीटिंग और चुनाव में नहीं जाएंगे। अतिरिक्त समय में शिक्षक अन्य कार्य करेंगे। शिक्षक का प्राथमिक कार्य पढ़ाना है। डीईओ और डीपीसी कोई मीटिंग आयोजित नहीं करें। बैठकें पढ़ाई दिवसों में आयोजित नहीं करें।बच्चों को व्याकरण संबंधी आदर्श पुस्तकों को पढ़ाएं। विषय की शब्दावली से विद्यार्थियों को परिचित कराया जाए। त्रैमासिक परीक्षा बोर्ड पैटर्न पर आयोजित हों। विद्यालय में विद्यार्थी और सहायक सामग्री उपलब्ध होना चाहिए।
२४ जून से ही कराए पढाई सुमन ने निर्देशित किया कि जिले के अंतर्गत स्कूलों में 24 जून से निरंतर पढ़ाई सम्पन्न कराई जाए। शैक्षणिक गुणवत्ता को प्राथमिकता प्रदान करें। विषयवार पाठ्यक्रम के अनुसार निरंतर नोट्स तैयार कर पाठ्यक्रम को पूर्ण कर संबंधित नोट्स प्रत्येक शिक्षक को अनिवार्यत उपलब्ध कराएं।
जिससे वह गुणवत्ता पूर्ण शिक्षण निश्चित समयावधि में पूरा कर सके। शैक्षणिक व्यवस्था के लिए संकुल प्राचार्य जवावदेह होंगे। संकुल अंतर्गत सभी शालाओं में निरंतर शैक्षणिक कार्य संपन्न हो रहा है। इसका पालन प्रतिवेदन भी कार्यालय में उपलब्ध कराएं।
संकुल प्राचार्य होगें जबाबदार
सुमन कहा कि शिक्षकों को सतत् प्रोत्साहित करते रहें । सभी शिक्षक, शिक्षण कार्य में रूचि लें यह सुनिश्चित करें। समयसीमा में सभी कार्य संपादित किए जाए। परीक्षा के पहले पाठ्यक्रम पूरा होना चाहिए। विषयवार शब्दावली की डिक्शनरी प्रत्येक स्कूल में उपलब्ध हों यह सुनिश्चित करें।
खेलकूद का कालखण्ड नियमित संचालित हो। संकुलस्तर पर शिक्षकों की व्यवस्था करें। संकुल प्राचार्य पूरी व्यवस्था बनाएं। संकुल प्राचार्य को अधिकृत किया गया है कि उनके द्वारा संकुल अंतर्गत किसी भी शिक्षक की किसी भी स्कूल में पठन-पाठन में ड्यूटी लगाई जाए। प्रत्येक शिक्षक फ ोटो आईडी कार्ड रखें, जो शासन का हो। संकुल प्राचार्य शिक्षकीय व्यवस्था को पूरा करें।
प्रत्येक 15 ग्राम पंचायतों में एक व्यक्ति निरीक्षण के लिए जाएगें,जो संस्था के रिकार्ड का परीक्षण करेंगे। छात्र उपस्थिति एवं अन्य सहायक सामग्री की भी जांच की जाएगी। कक्षा एक से 12 तक के छात्रों को हिन्दी, अंग्रेजी और सामान्य ज्ञान की पुस्तक का अवलोकन कराएं। मानचित्र इत्यादि की जानकारी संग्रह की जाए।
मानिटरिंग वाला दल संस्था चिन्हित कर संस्था में कक्षाओं का अध्ययन कार्य कराएं। खाली विद्यालयों के भवनों की जानकारी एकत्रित करके ऐसे विद्यालयों को सुरक्षित रखें। यह जबाबदेही संकुल प्राचार्य की होगी।
दिगौडा का प्रभार बदला जाए
सुमन ने निर्देशित किया कि सभी प्रचार्य पूर्व में चैकलिस्ट बनाए, जो वर्ष भर के कार्यों की जो समयसीमा में पूरे किए जाने है। मेपिंग कार्य अतिशीघ्र समाप्त किए जाए। उन्होंने दिगौड़ा हायर सेकेण्डरी विद्यालय में आर के मैथ्यू को तत्काल प्रभार दिए जाने के निर्देश दिए।
जिन विद्यालयों में भवन की समस्या है उनकी रिपोर्ट जल्द प्रस्तुत करें। समग्र आईडी कार्य के लिए रोजगार सहायक को निर्देशित करें कि वह स्कूलों में जाकर आईडी बनाएं। इस कार्य में संलग्न शिक्षकों को मुक्त करें। जिन विद्यालयों में अतिक्रमण की समस्या है, उन्हें जल्द हटवाया जाए। परीक्षा उपयोगी सामग्री पर विशेष करें।