विभाग की नजर रही दूर
जिले का सबसे बड़ा संकुल हटा है। जिस पर शिक्षा विभाग की नजर हमेशा दूर रही है। जिसके कारण वहां के तत्कालीन प्राचार्य द्वारा कई वर्षो से नियम विरूद्ध तरीके से अतिथि शिक्षकों की नियुक्तियोंं के साथ छात्रवृत्ति, विद्यालय की सामग्री खरीदी, विद्यालय मरम्मत कार्य में अनियमित्ताएं की गई। इसके साथ ही मूल पदों पर रहने वाले कर्मचारियों से अन्य कार्य किए जा रहे है। इसके साथ ही निजी व्यक्तियों द्वारा संस्था के गोपनीय कार्य किए गए। जिसका खुलासा ऑडिट रिपोर्ट में किया गया है। वहीं रिपोर्ट शिक्षा विभाग को सौंपी गई।
ऐसे भी हुए थे नियुक्त अतिथि शिक्षक
हटा संकुल केंद्र क्षेत्र के स्कूल में वर्ष २०१६ में तत्कालीन प्राचार्य द्वारा दिनेश पुत्र एमएल वर्मा को अतिथि शिक्षक के पद पर नियुक्त किया गया था। लेकिन वह रीवा के शिक्षण संस्थान में अध्ययन कर रहे थे। इसके साथ ही सूरजपुर में नीतू जैन, डारगुवां जागीर में हीरालाल लोधी, कुडयाला में ममता लोधी के साथ अन्य अतिथि फर्जी तरीके से अतिथि शिक्षक के पदों में जुड़े थे। जो कभी भी स्कूल बच्चों के बीच नहीं पहुंचे।
फरवरी से शुरू हुई थी जांच
जांच टीम ने कहा था कि हटा संकुल केंद्र में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति नियम विरूद्ध तरीके से की गई थी। जिसमें कई प्रकार की अनियमित्ताएं की गई है। जिसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम द्वारा की गई थी। यह जांच फरवरी के शुरू से की गई।
इनका कहना
जांच रिपोर्ट आ गई है। संबंधित संस्था हेडमास्टरों को नोटिस जारी किए गए है। उनके जबाब भी आ गए है। विभाग में कुछ कार्य पड़े हुए है। उसके बाद उनके जबाबों को पढ़कर संबंधित पर कार्रवाई कर सरकारी राशि वसूल की जाएगी।
जेएस बडकड़े शिला शिक्षा अधिकारी टीकमगढ़।