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तत्कालीन हटा संकुल प्रचार्य की खुली पोल, बगैर दस्तावेज और प्रस्ताव के किए गए थे अतिथि नियुक्त

locationटीकमगढ़Published: Jul 07, 2020 01:48:14 pm

Submitted by:

akhilesh lodhi

हटा संकुल केंद्र में तत्कालीन प्राचार्य द्वारा बगैर दस्जावेज और प्रस्ताव के प्राथमिक और माध्यमिक शाला में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी।

 52 headmasters said they did not see it among the children in school

52 headmasters said they did not see it among the children in school


टीकमगढ़.हटा संकुल केंद्र में तत्कालीन प्राचार्य द्वारा बगैर दस्जावेज और प्रस्ताव के प्राथमिक और माध्यमिक शाला में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी। जिसकी शिकायत पर जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जांच टीम नियुक्त किया गया। टीम की जांच में १८३ में से ५२ अतिथि फर्जी पाए गए। उन अतिथियों की उपस्थिति और प्रस्ताव को पेश करने के लिए संबंधित ५२ हेडमास्टरों को नोटिस दिए गए। लेकिन उन्होंने नोटिस के जबाब में सभी को फर्जी बताया है। तत्कालीन प्राचार्य द्वारा उन सभी का तीन-तीन महीनों का भुगतान भी कर दिया गया था। इसके बाद वह दिसम्बर के अंत में सेवानिवृत्त हो गए है। उनकों को मिलने वाले विभिन्न प्रकार के लाभों को विभाग द्वारा रोक दिया गया है।
हटा संकुल केंद्र के सेवानिवृत्त तत्कालीन प्राचार्य प्रभूदयाल रिछारिया द्वारा क्षेत्र की प्राथमिक और माध्यम शालाओं में बगैर दस्तावेज, प्रस्ताव और ऑनलाइन आवेदनों के साथ आपात्रों को अतिथि शिक्षकों के पदों पर नियुक्त किया गया। जबकि उसमें कई पात्रता रखने वाले शिक्षक एक स्कूल में दर्जनों की संख्या में थे। पीडि़तों द्वारा शिकायत की गई। लेकिन संकुल प्राचार्य द्वारा जिला शिक्षा कार्यालय तक शिकायतों को दबाया गया। उसके बाद पत्रिका ने खबर का प्रकाशन किया गया। उसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा कुण्डेश्वर प्राचार्य अशोक द्विवेदी, जिला शिक्षा कार्यालय लेखापाल केके श्रीवास्तव और ओपी खटीक को नियुक्त किया गया। उनके द्वारा जांच की गई। जिसमें १८३ में से कई अतिथि फर्जी पाए गए। इसके साथ ही प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में नियुक्त किए गए अतिथियों की तीन-तीन माह की वेतन भी निकाली गई। वहीं ऑडिट रिपोर्ट में भीअनियमित्ताएं पाई गई। उसके बाद संबंधित हेडमास्टरों को अतिथि शिक्षकों की नियुक्त के दस्तावेज, उपस्थिति और ऑनलाइन आवेदन प्रस्तुत करने के लिए नोटिस १९ जून को दिए गए। सभी हेडमास्टरों ने २ जुलाई को जबाब में कहा कि इस नाम के शिक्षक संस्था में नहीं है।
इन स्कूलों में किए गए फर्जी अतिथि शिक्षक नियुक्त
हटा संकुल केंद्र के प्राथमिक और माध्यमिक शाला सरकर, प्राथकिम कन्या मलगुवां, प्राथमिक, हीरापुर, प्राथमिक और माध्यमिक कन्नपुर, प्राथमिक और माध्यमिक पटौरी, प्राथमिक कुडयाला, प्राथमिक डारगुवां जागीर, प्राथमिक डारगुवां ढिमरौला, प्राथमिक इमलिया, प्राथमिक मिढावली, प्राथमिक और माध्यमिक हरपुरा, प्राथमिक और माध्यमिक हटा, प्राथमिक बसेडूखेरौ, प्राथमिक कछियात खजरार और प्राथमिक और माध्यमिक बर्मे में के साथ अन्य ५२ संस्थाओं में फर्जी तरीके से प्राचार्य द्वारा अतिथि शिक्षक नियुक्त किए गए है।

विभाग की नजर रही दूर
जिले का सबसे बड़ा संकुल हटा है। जिस पर शिक्षा विभाग की नजर हमेशा दूर रही है। जिसके कारण वहां के तत्कालीन प्राचार्य द्वारा कई वर्षो से नियम विरूद्ध तरीके से अतिथि शिक्षकों की नियुक्तियोंं के साथ छात्रवृत्ति, विद्यालय की सामग्री खरीदी, विद्यालय मरम्मत कार्य में अनियमित्ताएं की गई। इसके साथ ही मूल पदों पर रहने वाले कर्मचारियों से अन्य कार्य किए जा रहे है। इसके साथ ही निजी व्यक्तियों द्वारा संस्था के गोपनीय कार्य किए गए। जिसका खुलासा ऑडिट रिपोर्ट में किया गया है। वहीं रिपोर्ट शिक्षा विभाग को सौंपी गई।
ऐसे भी हुए थे नियुक्त अतिथि शिक्षक
हटा संकुल केंद्र क्षेत्र के स्कूल में वर्ष २०१६ में तत्कालीन प्राचार्य द्वारा दिनेश पुत्र एमएल वर्मा को अतिथि शिक्षक के पद पर नियुक्त किया गया था। लेकिन वह रीवा के शिक्षण संस्थान में अध्ययन कर रहे थे। इसके साथ ही सूरजपुर में नीतू जैन, डारगुवां जागीर में हीरालाल लोधी, कुडयाला में ममता लोधी के साथ अन्य अतिथि फर्जी तरीके से अतिथि शिक्षक के पदों में जुड़े थे। जो कभी भी स्कूल बच्चों के बीच नहीं पहुंचे।
फरवरी से शुरू हुई थी जांच
जांच टीम ने कहा था कि हटा संकुल केंद्र में अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति नियम विरूद्ध तरीके से की गई थी। जिसमें कई प्रकार की अनियमित्ताएं की गई है। जिसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय टीम द्वारा की गई थी। यह जांच फरवरी के शुरू से की गई।
इनका कहना
जांच रिपोर्ट आ गई है। संबंधित संस्था हेडमास्टरों को नोटिस जारी किए गए है। उनके जबाब भी आ गए है। विभाग में कुछ कार्य पड़े हुए है। उसके बाद उनके जबाबों को पढ़कर संबंधित पर कार्रवाई कर सरकारी राशि वसूल की जाएगी।
जेएस बडकड़े शिला शिक्षा अधिकारी टीकमगढ़।
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