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टीकमगढ़

खरीदी केंद्रों पर २५ मार्च को नहीं दिखी तैयारी, ६ अप्रैल तक अनाज आने की जताई संभावना

.समर्थन मूल्य के तहत २५ मार्च से गेहूं खरीदी शुरू कर दी है। लेकिन जिले के कई खरीदी केंदो्र पर सोमवार तक कोई भी तैयारी नहीं की गई।

टीकमगढ़Mar 25, 2019 / 08:24 pm

akhilesh lodhi

 83 thousand farmers of grains procured from 95 centers

83 thousand farmers of grains procured from 95 centers

टीकमगढ़.समर्थन मूल्य के तहत २५ मार्च से गेहूं खरीदी शुरू कर दी है। लेकिन जिले के कई खरीदी केंदो्र पर सोमवार तक कोई भी तैयारी नहीं की गई। न ही ५ अप्रैल तक खरीदी शुरू होने की कोई संभावना है। समर्थन मूल्य के पर अनाज बेचने के लिए किसानों को दो माह ही दिए गए है। हाल ही में किसानों ने फसलों की कटाई शुरू की है।
जिले में 1 लाख ७४ हजार से अधिक किसानों में से ८३ हजार १५४ किसानों ने पंजीयन कराया है। शासन ने २५ मार्च से समर्थन मूल्य पर खरीदी शुरू करने के आदेश सभी समितियों को दिए है। लेकिन समितियों ने खरीदी केंद्रों पर कोई तैयारी नहीं की और न ही केंद्रों पर बारदाना पहुंचा है। ५ अप्रैल तक समर्थन मूल्य के तहत खरीदी केंद्रों पर अनाज पहुंचने की संभावना है। किसानों ने अभी से गेहूं की कटाई शुरू कर दी है। जिसे १० से १५ दिन तक फसल घर ला पाएगें। इस वर्ष पिछले वर्षो से अधिक उपार्जन होने के संकेत कृषि विभाग द्वारा दिए गए है। अनाज को रखने और केंद्रों को बढ़ानें की कोशिश जिला खाद्य आपूर्ति विभाग द्वारा की जा रही है। इसके साथ ही किसानों के लिए व्यवस्थाएं बनाने के लिए निर्देश दिए गए है।
प्रत्येक केंद्र पर ११०० किसान और ७ हजार ५०० क्विंटल खरीदेगें
सहायक खाद्य अधिकारी ने बताया कि जिले में ९५ खरीदी केंद्र बनाए गए है। इस वर्ष उपार्जन अधिक होने के कारण १०५ से अधिक बढ़ानें की कोशिश की जा रही है। प्रत्येक खरीदी केंद्र पर ११०० किसानों द्वारा गेहूं बेचने की व्यवस्था की जा रही है। अनाज की सुरक्षा व्यवस्था हो उसके लिए ७ हजार ५०० क्विंटल गेहूं खरीदने की बात की जा रही है। केंद्र पर आए किसानों के लिए व्यवस्थाएं किए जाने जिससे २५ मई तक पंजीयन किसानों का अनाज समर्थन मूल्य पर खरीदा जा सके।
उप्र के अनाज पर लगाया प्रतिबंध
समर्थन मूल्य के तहत खरीदे जाने वाले अनाज में सिर्फ टीकमगढ़ जिले का अनाज हो। उसके लिए कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने उप्र के रास्तों पर लोकसभा चुनाव के लिए बनाए गए चैक पोस्ट अधिकारियों को निर्देश दिए है। उप्र से आने वाले अनाज को टीकमगढ़ की सीमा से बाहर रखा जाए। वहीं संदिग्ध अनाज पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही जिले के जिन वेयर हाउसों में गेहूं, सरसों, मटर, मसूर, चना रखा हुआ है। उन वेयर हाउसों को २५ तक शील करने की बात कही।
एक हेक्टेयर पर २८ क्विंटल अनाज का उपार्जन
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष पिछले वर्षोसे अधिक उपार्जन होने की संभावना जताई जा रही है। कृषि विभाग के अनुसार इस वर्ष एक हेक्टेयर पर २८ क्विांटल अनाज आने की संभावना जताई जा रही है। वर्ष २०१७ में एक हेक्टेयर में १९ क्विांटल, वर्ष २०१८ में एक हेक्टेयर में २२ क्विांटल और इस वर्ष एक हेक्टेयर में २८ क्विांटल अनाज की उपज होने की संभावना जताई गईहै।
किसानों के लिए समितियां यह करेंगी व्यवस्थाएं
समितियों पर आने वाले किसानों के लि पेयजल व्यवस्था, बैठने के लिए खरीदी केंद्र पर छावं की व्यवस्था, किसानों को अनाज को लेकर किसी भी प्रकार से परेशान न करना और किसानों को एक ही दिन में उनके अनाज की तौल करने की व्यवस्थाएं करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए है।
पहले यह थे गेहूं के दाम
शासन द्वारा पिछले वर्षो की खरीदी में १० रुपए का इजाफा किया गया है। वर्ष २०१७ में समर्थन मूल्य में प्रति क्विंटल गेहूं १६२५ रुपए, वर्ष २०१८ में १७३५ रुपए प्रति क्विंटल गेहूं और २६५ रुपए प्रति क्विंटल बोनस दिया गया था। इस वर्ष १८४० प्रति क्विंटल गेहूं और १६० रुपए प्रति क्विंटल बोनस दिया जा रहा है। इस तरह किसान को कुल १० रुपए अधिक ही मिलेगें।

जस्ट इन टाइम से प्रक्रिया से ट्रांसफर होगी राशि
खाद्य विभाग द्वारा समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदने के दौरान जेआईटी (जस्ट इन टाइम ) प्रक्रिया से भुगतान किया जाएगा। सहायक आपूर्ति अधिकारी राजेश तिवारी ने बताया कि किसान केंद्र पर जिस दिन उपज तुलवाएगा उसका परिवहन भी उसी दिन किया जाएगा। समर्थन मूलय में खरीदी गई फसल नागरिक आपूर्ति निगम के गोदामों में पहुंचते ही ईपीओ (इलैक्ट्रॉनिक पेमेंट आर्डर) जारी होगा। इसमें वेयर हाउस कॉपोरंेशन की भूमिका रहेगी। इसके बाद किसानों द्वारा तुलवाई गई अनाज की मात्रा के बाद उनके बैंक खाते में राशि को ट्रांसफर किया जाएगा।
यह प्रक्रिया थी पहले
पहले गेंहू बेचने के बाद किसानों को एक सप्ताह तो कहीं एक पखवाड़ा गेंहू के पैसे लेने के लिए सहकारी समिति और संबंधित बैंकों के चक्कर लगाने पड़ते थे। यहां तक कि वहां केवल दस्तावेजों को मैन रजिस्टर पर चढ़ाने का आंकड़ा ही रहता था। जिला सहकारी बैंक में सीजन के दौरान हर साल नगदी की कमी आने में किसानों को जरूरत अनुसार राशि नहीं दी जाती थी। किसान भुगतान को लेने के लिए समितियों और सहकारी बैंकों के चक्कर लगाते थे। इस बार उन्हें इस समस्या से छुटकार मिलेगा।
फैक्ट फाइल
जिले में रबी की फसल का कुल रकबा – 6 लाख 25 हजार 100 एकड़
समर्थन मूल्य के तहत अब तक पंजीकृत किसान – ८३१५४
समर्थन मूल्य के तहत गेंहू खरीदने का लक्ष्य – २ लाख मैट्रिक टन
इस वर्ष जिले में कुल पंजीयन केंद्र – ६८
इस वर्ष जिले में कुल खरीदी केंद्र – ९५
समर्थन मूल्य की प्रति क्विंटल की दर – १८४० रुपए
प्रति क्विांटल पर बोनस – १६०
पिछले वर्ष के आंकड़े
जिले में कुल खरीदी केंद्र- 6 1
जिले में गेंहू खरीदी का कुल लक्ष्य – 6 5 हजार मैट्रिक टन
जिले में कुल पंजीयन किसान – 9557
समर्थन मूल्य – 1735
प्रति क्विांटल पर बोनस – 26 5
इनका कहना
शासन द्वारा २५ मार्चसे समर्थन मूल्य के तहत खरीदी शुरू करने के आदेश दिए गए है। गेहूं की फसलें अभी खेतों में खड़ी हुई है। अप्रैल माह से ही खरीदी केंद्रों पर अनाज आने की संभावना जताई जा रही है। खरीदी केंद्र संचालकों को खरीदी की व्यवस्थाएं बनाए जाने के निर्देश दिए गए है।
राजेश तिवारी सहायक खाद्य अधिकारी टीकमगढ़।
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