पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार पृथ्वीपुर निवासी संदीप साहू अपने उपचार के लिए झांसी गए हुए थे। मंगलवार की रात्रि जब वह लौटकर वापस आ रह थे, तो ओरछा स्थित जामनी नदी के पुल पर उनकी कार अनियंत्रित हो गई और सीधा नदी में जा गिरी। नदी में तेज बहाव होने के कारण कार दूर तक बह गई। वह तो गनीमत रही कि कार मेें सवार उनकी पत्नी को तैरना आता था और वह किसी तरह बाहर निकल आई। वहीं जैसे ही पुलिस को इसकी जानकारी हुई तत्काल ही बचाव कार्य शुरू किया। मौके पर पहुंचे गोताखोरों ने कुछ ही दूरी पर लगभग 8 वर्ष की बेटी को भी खोज लिया, लेकिन वह बेहोश थी। तत्काल ही उसे मां के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ओरछा भेजा गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
देर रात कार में मृत मिला संदीप
वहीं गोताखोरों द्वारा की गई कड़ी मशक्कत के बाद कार लगभग आधा किलोमीटर की दूरी पर मिले। गोताखोरों द्वारा हुक से ढूंढी गई कार में ही संदीप साहू का शव फंसा हुआ था। प्रशासन ने मशक्कत के बाद इसे बाहर निकाला। जबकि उसके चार वर्षीय पुत्र का अब तक पता नहीं चल सका है। गोताखोर उसकी तलाश कर रहे है।
पृथ्वीपुर थाना प्रभारी नरेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि बेटी और पिता का शव निकाला जा चुका है। जबकि बेटे की तलाश जारी है। वहीं घटना की सूचना पर रात को ही निवाड़ी कलेक्टर आशीष भार्गव एवं एसपी वाहिनी सिंह भी मौके पर पहुंच गए थे। इस घटना ने पूरे जिले को झकझौर दिया है।
विदित हो कि यह पुल लगभग 100 वर्ष से भी पुराने हो गए है। यह पुल अब तक सैकड़ों लोगों की जान का कारण बन चुके है। विदित हो कि एक बार बेतवा नदी के पुल से पूरी बस बह गई थी और उसमें दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई थी। लेकिन यह पुल ऐसी अबूझ पहेली बन चुके है, जो सुलझने का नाम नहीं ले रहे है।