मचा हड़कंप: प्रशासन की यह कार्रवाई देख दुकानदारों में हड़कंप मच गया। इस कार्रवाई को देखकर पहले तो दुकानदारों ने सोचा कि प्रशासन द्वारा पैथोलॉजी या मिठाईयों की दुकानों पर छापामारी की जा रही है। इसे देखकर यहां पर संचालित पैथोलॉजी और अनेक मिठाईयों की दुकानें बंद होने लगे। लेकिन जैसे ही लोगों को पता चला कि यह कार्रवाई किराए से संचालित की जा रही दुकानों पर की जा रही है, लोगों ने वापस अपने दुकानें खोल ली।
इन दुकानों को किया सील: स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बताया कि यहां पर सुमन खरे, नूरल हसन, आलोक मिश्रा, आशीष कुमार, सौरभ बनर्जी, अनुज कुमार एवं संजय गुप्ता की दुकानों को सील किया गया है। इनके द्वारा रोगी कल्याण समिति की दुकानों का स्वयं उपयोग न कर, किराए पर चलाया जा रहा था। रोगी कल्याण समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के बाद प्रशासन ने यह कार्रवाई की है।
निरस्त की जाएंगी दुकानें: इन दुकानों के संबंध में सूत्रों की माने तो प्रशासन द्वारा अब इन्हें निरस्त कर दिया जाएगा। सूत्र बताते है कि यह दुकानें लोगों को आजीविका के लिए दी गई थी। यह दुकानें किराए पर संचालित नही की जा सकती है। जिन लोगों के नाम पर यह दुकानें है, उन्हें नोटिस जारी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कहते है अधिकारी: यहां पर कुछ दुकानदारों द्वारा रोगी कल्याण समिति की दुकानों पर किराए से चलाया जा रहा था। कलेक्टर के निर्देशन पर कार्रवाई कर ऐसी दुकानों को सील किया गया है। आगे की कार्रवाई कलेक्टर के निर्देशन में की जाएगी।- गणेश जयसवाल, एसडीएम, टीकमगढ़।
रोगी कल्याण समिति की बैठक में यह मामला आया था। इस पर कलेक्टर ने निर्देश जारी कर इन दुकानों को सील कराया है। इन सभी को नोटिस जारी किए जाएंगे। आगे की कार्रवाई कलेक्टर के निर्देशन में होगी।- डॉ वर्षा राय, सीएमएचओ, टीकमगढ़।