थाना क्षेत्र के गांव मरगुंवा में शादी में शामिल होने के लिए चंदेरा निवासी बती अहिरवार अपने दो साल की बेटी रक्षा के साथ आई हुई थी। सुबह 8 बजे के लगभग एक विवाह घर में शादी की रस्में में चल रही थी। मां बती उसमें व्यस्त थी और इधर रक्षा खेलते-खेलते कब विवाह घर से बाहर चली गई किसी को पता ही नहीं चला। रक्षा विवाह घर से दूर दूसरे मोहल्ले में जा पहुंची। यहां पर 9 बजे के लगभग धनीराम रजक ने जब इस बच्ची को देखा तो उन्हें शक हुआ। बच्ची गांव की न होने पर उन्होंने उसे गोद में ले लिया और उसके बारे में पूंछताछ की, लगभग एक घंटे की पूंछताछ में कोई जानकारी नहीं हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
3 घंटे तलाश के बाद मिले परिजन
सूचना पर डायल 100 के पायलेट अभिषेक राय एवं आरक्षक सुनील ने इस बच्ची को लिया और उससे नाम पूंछा तो उसने अपना और अपने पिता का नाम बता दिया, लेकिन वह कहां से आई है किसके घर आई है यह कुछ न बता सकी। इस पर उन्होंने थाना प्रभारी को सूचना दी। थाना प्रभारी ने आसपास के घरों में बच्ची के बारे में जानकारी देकर माता-पिता की तलाश करने के निर्देश दिए। इस पर पुलिस ने लगभग तीन घंटे की मशक्कत के बाद दोपहर 2 बजे इस बच्ची को विवाह वाले घर में पहुंचाकर परिजनों के सुपुर्द किया। वहीं पुलिस ने परिजनों से इस प्रकार की लापरवाही न करने की समझाईश दी है।