नरवाई में आग लगने से यह होता है नुकसान
नरवाई में आग लगने के बाद मिट्टी उर्वरता कम होने के साथ फसलों की पैदावार घटती जाती है। जिसमें सल्फर ऑक्साइड,ऑक्सीजन और कार्बनडाई ऑक्साइड कमी हो जाती है। मिट्टी में जो गैंसे मिली है। वे भी अपनी सीमा से अधिक मात्रा में नहीं रह पाती। खेत में आग लगाने से खेतों के लिए फायदा पहुचाने वाले जीव भी आग से भष्म हो जाते है। इसके साथ ही कई जीवों के अंडे खेतों में जलकर राख हो जाते है। आग लगने के दौरान गिरगिट,सांप,चूहों,छिपकलियों, और नेवलों सहित ऐसे कई जीव जंतुओं को छटपटाते दम तोडते हुए देखा जा सकता है।
उर्वरता शक्ति को कम न करें किसान
किसान नरवाई जलाकर खेती की उर्वरता शक्ति को कम ना करें। भूमि में कई ऐसे सूक्ष्म तत्व होते है जो नरवाई जलाने पर नष्ट हो जाते है। जो कि खरीफ फसल के लिए हानिकारक है। नरवाई जलाने से जैविक अंश भी खत्म हो जाते है। इसके दुष्परिणाम किसानों की आगामी फसल पर देखने को मिलते है। जागरूकता के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि विस्तार अधिकारियों को छोड़ा गया है।
एसके श्रीवास्तव उपसंचालक किसान कल्याण एवं कृषि विभाग टीकमगढ़।