शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया ने पुलिस कंट्रोल में मामले की जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी राव राजा उर्फ राजू पुत्र विक्रमजीत सिंह बुंदेला निवासी सेराई थाना थाना दिगौडा हत्या के मामले में 12 वर्ष से फरार चल रहा था। आरोपी ने वर्ष 2007 में मुन्नी लाल पुत्र सुख सिंह घोषी की हत्या की थी। फरार चल रहे राव राजा ने मई 2008 को ग्राम धामना में पागी पुत्र तुलसी को जान से मारने की धमकी देकर उससे रुपयों की मांग की थी। यह दोनों मामले दिगौड़ा थाने में पंजीबद्ध किए गए थे। मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने राव राजा को दिगौड़ा थाने के कुंवरपुर थाने से गिरफ्तार कर लिया हैं। इसके पास से पुलिस ने एक 315 बोर का कट्टा एवं 2 कारतूस भी बरामद किए हैं।
फरारी के दौरान की गार्ड की ड्यूटी: एसपी सुजानिया ने बताया कि फरारी के दौरान आरोपी कुछ समय ललितपुर रहा। इसके बाद वह नोएडा में अमूल फैक्ट्री एवं हरियाणा कोटा में गोल्फ कंपनी में गार्ड की नौकरी करता रहा। जब इसे पता चला कि पुलिस इस पर लगातार दबाव बना रही हैं, तो उसने एक बार फिर से किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की तैयारी की। एसपी सुजानिया का कहना हैं कि यह यहां से बड़ी राशि बसूल कर कहीं दूर भागने की फिराक में था।
आपराधी होने का उठाते हैं फायदा: एसपी सुजानिया ने बताया कि ऐसे लोग अपनी आपराधिक पृष्ठभूमि का फायदा उठाकर अपने परिजनों के माध्यम से आमजन पर दबाव बनाते हैं। जो लोग इनके दबाव में आ जाते हैं, वह इनसे डरकर इनकी मांगे पूरी करते रहते हैं। ऐसे में समाज में अपराध हावी होता हैं। उनका कहना हैं कि पुलिस ऐसे लंबे समय से फरार चल रहे आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चला रही हैं, ताकि समाज से इनका भय खत्म किया जा सके। उन्होंने इस आरोपी को गिरफ्तार करने वाली टीम के सदस्यों को 10 हजार रुपए इनाम की राशि देने की घोषणा की हैं।