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कृषि उपज मंडी में व्यापारियों के साथ बिचौलियों का कब्जा, उनके बगैर नहीं बेच रहे अनाज किसान

locationटीकमगढ़Published: Oct 29, 2018 02:03:19 pm

Submitted by:

anil rawat

कृषि उपज मंडी में उड़द की बम्पर आवक होने लगी है। किसान रबी की फसल की तैयारी को देख समर्थन मूल्य से कम भाव में नीलामी कर बेच रहे है।

Bichauli earning 50 rupees per quintal every day for millions of farmers' rights

Bichauli earning 50 rupees per quintal every day for millions of farmers’ rights

टीकमगढ़.कृषि उपज मंडी में उड़द की बम्पर आवक होने लगी है। किसान रबी की फसल की तैयारी को देख समर्थन मूल्य से कम भाव में नीलामी कर बेच रहे है। वहीं बया और व्यापारी किसानों की मजबूरी का फायदा उठाकर उधारी में उड़द को खरीद रहे है। जिससे किसानों को दोनों ओर घाटा लग रहा है। किसानों को ऐसी मजबूरी है कि न तो वह अपनी फरियाद मंडी सचिव को सुना पा रहा है और न ही व्यापारियों से अपनी बात कर पा रहा है। हालाकिं मंडी सचिव द्वारा मंडी मैदान में अनुबंध पर्ची काटने और नगद भुगतान करने की बात की गई है।
किसान और व्यापारियों ने बताया कि कृषि उपज मंडी में इन दिनों उड़द की बम्पर आवक शुरू हो गई है। भांवातर योजना में 801 किसानों में से सिर्फ 2 किसानों द्वारा सोयाबीन को बेचा गया है। वहीं समर्थन मूल्य की खरीदी में देरी होने के कारण किसान घटते भाव में उड़द को बेच रहे है। उसमें व्यापारी और बिचौली किसानों से रुपए कमाने से नहीं चूक रहे है। प्रति क्विांटल 50 रुपए किसानों से लिया जा रहा है। कृषि उपज मंड़ी में ऐसे कई बया और व्यापारी है, जिनके पास 500 क्विांटल से लेकर 13 सौ क्विांटल तक उड़द आ रहा है। जहां किसानों का बेफिजूल नुकसान हो रहा है। जिस पर कृषि उपज मंडी पहले भी रोक लगा चुकी है। इसके बाद भी यह सिलसिला बेधडक़ जारी है।
पहले की तरह ही हुई नीलामी
रविवार को कृषि उपज मंडी मैदान में 5 हजार क्विांटल से अधिक उड़द, मूंग और सोयाबन की फसल पड़ी हुई थी। दोपहर में मंडी कर्मचारी और व्यापारी उड़द के ढेरों के पास पहुंचकर किसान का अनुबंध भरकर नीलामी करने लगे। लेकिन किसान अपनी मेहनत के पास न जाकर टीन शेड़ के पास बैठा था। बिचौली और व्यापारियों ने किसान को नीलामी की राशि बताकर अनाज को ले लिया।
मामले को लेकर मंडी सचिव ने व्यापारियों के स्टॉक का लिया जायजा
कृषि मंडी सचिव ओपी लक्ष्यकार ने बताया कि मंडी में कई दिनों से किसानों और व्यापारियों सहित बिचौलियों के बीच अनाज की खरीदी को लेकर गलत मैसेज आ रहे थे। जिसको लेकर व्यापारियों के अनाज के 10 गोढानों की जांच की गई। कई गोढानों में गलत स्टॉक पाया गया। जिससे कुछ गोढानों संचालकों पर कार्रवाई की गई। जिसकी रिपोर्ट कलेक्टर को दी गई है।
योजनाओं के बाद भी किसानों को नहीं मिल रहा लाभ
शासन ने किसानों की फसल उचित मूल्य पर नीलाम हो। किसानों को उनकी मेहनत के हिसाब से पैसा मिले। जिसको को लेकर भावांतर योजना और समर्थन मूल्य के तहत खरीदी करने का एलान किया गया। भावांतर योजना में दो किसानों का सोयाबीन खरीदा गया। वहीं समर्थन मूल्य पर किसानों के अभी तक उड़द और मूंग की खरीदी शुरू नहीं हो पाई है। जिसको लेकर किसान 36 रुपए प्रतिकिलो के हिसाब से अनाज को बेच रहा है।

शनिवार की रात हुए हंगामें पर रविवार की तारीख में कटे अनुबंध
शनिवार को किसानों की फ सल का अनुबंध न कटने को लेकर किसानों ने व्यापारियों की सह पर मंडी गेट पर ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया गया था। मंडी कर्मचारियों ने गैती से ताले को तोडक़र किसानों को राहत की बात कही। मंडी प्रशासन ने किसानों को अनुबंध काटने का आश्वासन दिया। शनिवार के अनाज का रविवार को अनुबंध काटा गया।
इनका कहना
किसान अपनी फसल का अनुबंध कृषि उपज मैदान अनाज के ढेर के पास ही कटवाए। तुरंत व्यापारियों से खरीदे गए अनाज का भुगतान ले। इसके साथ ही बिचौलियों से बचे।
ओपी लक्ष्यकार सचिव कृषि उपज मंडी टीकमगढ़।
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