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2 माह से दबाएं बैठे थे गरीबों का राशन, प्रशासन ने खोला गोदाम तो आंखे फटी रह गई

locationटीकमगढ़Published: Apr 24, 2019 08:45:48 pm

Submitted by:

anil rawat

छापामारी में मिला कुल 1034 बोरी खाद्यान्न और नमक

Black marketing of PDS

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टीकमगढ़. जतारा विकासखण्ड की मोहनगढ़ सोसायटी पर 2 माह से गरीबों को राशन का वितरण नही किया गया था। बीते रोज कलेक्टर को इसकी जानकारी होने पर उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रशासनिक अधिकारियों को मौके पर भेज कर छापामार कार्रवाई कराकर इस पूरे माल को जब्त कर लिया है। कलेक्टर ने इस मामले की पूरी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।


मंगलवार को कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन को सूचना मिली थी कि दरगांय सहकारी समिति की मोहनगढ़ उचित मूल्य की दुकान पर बड़ी मात्रा में पीडीएस का अनाज डंप कर रखा गया है। सूचना को गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर सुमन ने तत्काल ही जतारा एसडीएम आरएस बांकना को इस मामले की जांच के निर्देश दिए। एसडीएम ने बल्देवगढ़ खाद्य निरीक्षक नरेश आर्य एवं अन्य अमले को साथ लेकर यहां पर छापामारी की। मंगलवार की देर शाम 8 बजे के लगभग की गई इस छापामारी में बड़ी मात्रा में पीडीएस का राशन जब्त किया गया है।


यह मिला माल: मामले की जानकारी देते हुए खाद्य निरीक्षक नरेश आर्य ने बताया कि यहां पर अप्रैल और मई माह का खाद्यान्न रखा गया था। अप्रैल माह का अब तक किसी भी हितग्राही को वितरण नही किया गया था। समिति प्रबंधक द्वारा मई माह का स्टॉक भी पहले ही उठा लिया गया था। प्रशासन ने यहां पर दो गोदामों में छापामारी कर 732 बोरी गेंहू, 204 बोरी बाजरा, लगभग 54 बोरी चावल एवं 44 बोरी नमक जब्त किया है। प्रशासन ने इन गोदामों को सील कर दिया है।

 

दूसरे स्थान पर रखा था माल: विदित हो कि यह माल समिति संचालक द्वारा उस स्थान पर भी नही रखा गया था, जहां से वितरण किया जाता है और विभाग के यहां दर्ज है। यह माल प्रबंधक द्वारा दूसरे स्थान पर रखा गया था। जबकि पीडीएस के अनाज को बिना एसडीएम की अनुमति के दूसरे स्थान पर नही रखा जा सकता है। वहीं अब तक अप्रैल माह का खाद्यान्न वितरण न होना, इस पूरे मामले को संदेहास्पद बनाता है।


व्यस्तता बताया कारण: इस मामले में सूत्रों की माने तो समिति प्रबंधक द्वारा सरकारी खरीदी शुरू होने के कारण व्यस्तता का हवाला दिया जा रहा है। वहीं सूत्र यह भी बातते है कि इस संबंध में उसने यह भी कहा है कि वह पूर्व में भी काम करने से मना कर चुका था। ऐसे में यह प्रश्र उठता है कि जब काम नही करना था तो मई माह का एडवांस स्टॉक क्यों उठाया। इसके साथ ही अब तक एक भी हितग्राही को खाद्यान्न न दिया जाना भी इस पूरे मामले को संदेहास्पद बना रहा है। सूत्रों की माने तो यह पूरा माल गोलमाल करने की प्लानिंग थी। इसी कारण इसे दुकान से अन्यत्र स्टॉक कर रखा गया था। इस मामले में जतारा एसडीएम से जानकारी लेना चाही, तो उन्होंने फोन नही उठाया।
कहते है अधिकारी: इस मामले में जांच के निर्देश दिए गए है। पूरे मामले की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।- सौरभ कुमार सुमन, कलेक्टर, टीकमगढ़।

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