यह है मामला: पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार यह मामला प्रेम प्रसंग का है। मृतक पियूष पलेरा की ही एक लड़की के साथ प्रेम करता था। इसकी जानकारी जब लड़की के परिजनों को हुई तो उन्होने उक्त दोनों आरोपियों के साथ मिलकर उसे परेशान करना शुरू कर दिया था। नाबालिग जब इनकी परेशानी नही झेल सका, तो उसने आत्महत्या कर ली थी। मृतक ने सुसाईड नोट में इसकी पूरी जानकारी दी थी। मामले की जानकारी देते हुए जतारा एसडीओपी एसके बोहित ने बताया कि मृतक के पास से मिले सुसाईड नोट की हैंडराईटिंग एक्सपर्ट से जांच कराने के बाद पूरे मामले की जांच की गई थी। जांच के बाद ही आरक्षक सहित अन्य चार लोगों को आरोपी बनाया गया है।
लाईन में पदस्थ है आरक्षक: एसडीओपी बोहित ने बताया कि आरोपी आरक्षक क्रमांक 33 हेमंत अहिरवार वर्तमान में पुलिस लाईन में पदस्थ है। हेमंत के साथ ही राजू पठान एवं अन्य 3 के खिलाफ पुलिस ने धारा 305, 34 एवं 3(2)5 एससी एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।