टीकमगढ़

खाकी हुई दागदार, हाथ धुलवाते ही उतर आया रिश्वत का रंग

बुंदेलखंड में एक सप्ताह में रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया दूसरा एएसआई

टीकमगढ़Sep 15, 2017 / 02:44 pm

Rajesh Kumar Pandey

Bribe Taking Police ASI arrested

छतरपुर. बुंदेलखंड के थानों में बच्चे से लेकर बुजुर्गों तक यह बात मालूम है कि यदि कभी थाने की देरी लांघना हो तो अपनी जेब देखकर लांघना क्योंकि खाकी केवल नोटों की भाषा समझती है, अब जिसका जितना वजन होगा बात व रिपोर्ट भी उसी के वजन से लिखी जाएगी। पुलिस थानों में भ्रष्टाचार की जड़े इतनी मजबूत हैं कि थानों में ही खुलेआम रिश्वत लेते हैं। एक माह के अंदर बुंदेलखंड में पुलिस थाने के एएसआई द्वारा रिश्वत लेने का दूसरा मामला सामने आया है।
मप्र के टीकमगढ़ जिले के देरी थाने में शुक्रवार की लोकायुक्त सागर टीम द्वारा कार्रवाई की गई। जिसमें एएसआई आरके रिछारिया दो हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया। इस मामले में बताया जाता है कि 26 अगस्त को नरेंद सिंह परमार पिता प्रताप सिंह देरी निवासी का सुखलाल जोशी से झगड़ा हुआ। जिस पर नरेंद्र सिंह की पहले तो रिपोर्ट भी नहीं ली गई, फिर रिश्वत के लिए दबाव बनाया गया, जिसमें 6 हजार रुपए में बात हुई तो दो हजार रुपए पहले दिए गए। फिर नरेंद सिंह ने लोकायुक्त से सागर जाकर शिकायत दर्ज करा दी। लोकायुक्त पुलिस ने एएसआई को फांसने के लि जाल फैलाया। जिसके बाद अंतिम फांसा फैंकने का समय शुक्रवार की सुबह निर्धारित किया। जिसके तहत लोकायुक्त द्वारा कैमिकल द्वारा दिए गए नोटों को जैसे एएसआई ने लिया, वैसे ही लोकायुक्त पुलिस ने तत्काल कार्रवाई कर दी। लोकायुक्त की टीम ने दो हजार रुपए की रिश्वत के आरोपी एएसआई पर कार्रवाई। टीम में निरीक्षक हीरालाल चौहान, प्रधान आरक्षक राजकुमार सेन, नीलेश पांडे, संतोष गोस्वामी, यशवंत सिंह सहित अन्य शामिल थे। रिश्वत के आरोपी एएसआई के विरुद्ध धारा 7,13(1) 132 पीसी एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
यहां पांच हजार की रिश्वत लेते पकड़ा था एएसआई
दमोह जिले के पटेरा पुलिस थाने में पदस्थ एएसआई यानी असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर द्वारा घूस लेने का मामला सामने आया है। एएसआई ओंकार सिंह ठाकुर को लोकायुक्त सागर की टीम ने 6 सितंबर की देर शाम दबोच लिया। वह पांच हजार की रिश्वत लेकर बैठा ही था कि उसे टीम ने पकड़ लिया। इससे एएसआई हक्का-बक्का रह गया। कुछ बोलते ही नहीं बन रहा था। अंतत: फिर लोकायुक्त ने कागजी कार्रवाई की।
मामले के सम्बंध में लोकायुक्त निरीक्षक संतोष जामरा ने बताया कि पटेरा थाना के रामकिशुन पटेल के विरुद्ध पटेरा थाना में कुछ दिन पहले धारा 294, 354 का अपराध पंजीबद्ध हुआ है। इसको लेकर एएसआई ओंकार सिंह द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी। आवेदक द्वारा प्रस्तुत शिकायत की जांच की गई, जिसमें शिकायत सही पाई गई। इस पर टीम ने जाल बिछाया और 6 सितंबर को टीम ने आरोपी एएसआई को रिश्वत लेते पकड़ लिया। बतौर रिश्वत आरोपी द्वारा पांच हजार की राशि ली गई थी। मामले के आवेदक रामकिशुन का कहना है कि एएसआई ने जमानत और केस की धारा कम किए जाने के नाम पर दस हजार की मांग की थी, आवेदक ने बताया कि उसके विरुद्ध हटा थाना क्षेत्र की एक महिला द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
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