इनकी जगह किसान अब मूंगफली की ओर आकर्षित हो रहे है। कृषि विभाग द्वारा इसके लिए किए गए प्रोत्साहन का परिणाम यह है कि इस वर्ष निवाड़ी जिले में 36 हजार हेक्टेयर में मूंगफली की पैदावार हुई है। मंडी में बंपर मूंगफली आने से दूसरी फसलों को रखने के लिए जगह भी नहीं मिल रही है।
वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी वीके नायक के अनुसार सोयाबीन, उड़द और मूंग की फसल के लगातार असफल होने पर किसानों को मूंगफली के लिए प्रेरित किया गया था। निवाड़ी में बढ़ रहे मूंगफली के उत्पादन को देखते हुए दो प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित हो गई हैं। जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक राजशेखर पांडे ने बताया कि 70 लाख रुपए से बड़ी यूनिट तो दूसरी यूनिट 40 लाख रुपए की है। यहां मूंगफली को तोड़ दाना निकाला जा रहा है।