फि र दोहराएगें चुनावी मुद्दा
चुनाव के समय हर जनप्रतिनिधि सरकार के आते है ही विभिन्न सुविधाएं मुहैया कराने दावे भले ही करता। किन्तु चुनाव जीतने के बाद पीछे मुढ़कर भी देखना उचित नहीं समझते। पिछले विधानसभा चुनाव में स्वास्थ्य सेवाएं दुरूस्ती का मुद्दा शामिल किया गया था। चुनाव फिर आ गया। लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए लोग परेशान बने हुए है।
खरगापुर स्वास्थ्य स्थिति बेहद खराब
क्षेत्र में खरगापुर स्वास्थ्य केंद्र की स्वास्थ्य सेवाएं खराब बनी हुई है। जहां लम्बे समय से डॉक्टर सहित कर्मीयों का अभाव से लोगों को समुचित इलाज के लिए भटकना पड़ रहा है। गंभीर मरीजों को जिला अस्पताल के लिए रैफर किया जाता है।
नहीं मिल पा रहा उचित उपचार
स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर करने के लिए शासन ने करोड़ों रुपए खर्च करके स्वास्थ्य केंद्र बनवा दिए हैं। स्टाफ की कमी के कारण शासन की यह मंशा सार्थक नहीं हो रही है। तहसील क्षेत्र के हटा गांव में यूं तो प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र हैं। लेकिन इस स्वास्थ्य केंद्र में कोई भी स्टाप नहीं है। स्वास्थ्य केंद्र का संचालन फ ार्मासिस्ट और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कर रहे हैं।
इनका कहना
स्वास्थ्य मंत्री का उदासीन रवैया है। तो वहीं सीएचएमओं हर समय कार्यक्रमों में व्यस्थ रहती हे। आखिर हम अपनी कहानी किसकों सुनाए,शासन को ही सुनाएगें। पत्रों के माध्यम से आगाह करते है। लेकिन सुनवाई नहीं होती है।
चंदारानी गौर विधायक खरगापुर।