कहते है अधिकारी: इसकी समीक्षा की जाएगी। इन स्थानों का मुआयना कर जांच की जाएगी। इसके बाद संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। स्वच्छता को लेकर किसी प्रकार का समझौता नही किया जाएगा।- ओपी दुबे, सीएमओ, नगर पालिका टीकमगढ़।
नगर में लगे कचरे के ढेर स्वच्छता अभियान की पोल खोल रहे है। देश में चले अभियान के बाद व्यवस्था एक बार फिर से पुराने ढर्रे पर लौट आई है।
टीकमगढ़•Dec 04, 2018 / 02:05 pm•
anil rawat
Cleanliness campaign
टीकमगढ़. नगर में जगह-जगह लगे कचरे के ढेर स्वच्छता अभियान की पोल खोलते दिखाई दे रहे है। विदित हो कि पूरे देश में चले स्वच्छता अभियान के बाद नगर की स्वच्छता व्यवस्था एक बार फिर से पुराने ढर्रे पर लौट आई है। नगर पालिका की लापरवाही के चलते, नगर में जगह-जगह लगे के ढेरों के कारण शहर को स्वच्छ रखने की मुहिम पर प्रश्न खड़े हो रहे है।
देश में चल रहे स्वच्छता अभियान में रैकिंग पाने के लिए जहां पूरा प्रशासनिक अमला इस काम में जुट गया था और नगर पालिका का भी पूरा ध्यान नगर की स्वच्छता पर केन्द्रित था, अभियान के समाप्त होने के साथ ही एक बार फिर से स्वच्छता व्यवस्थाएं बेपटरी होती दिखाई दे रही है। नगर में अन्य स्थानों की बात दूर, सबसे व्हीआईपी क्षेत्र कहेे जाने वाले सिविल लाईन एरिया में ही लगे कचरे के ढेर पूरे नगर की तस्वीर को बयां कर रहे है। विदित हो कि इस क्षेत्र में ही न्यायाधीशों के साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों के मकान है, फिर भी यहां पर सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है।
लगे कचरे के ढेर: इस क्षेत्र में जगह-जगह कचरे के ढेर लगे है। नालिका कचरे से अटी पड़ी है और उनमें से पानी नही निकल रहा है। इन नालियों को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि कई दिनों से इनकी सफाई नही हुई है। सिविल लाईन में सुभाषपुरम के साथ ही सरकारी आवासों के पास कचरे के ढेर लगे हुए है। वहीं शिवनगर क्षेत्र में भी कई नालियां बहुत दिनों से साफ नही हुई है। यही हाल शहर के दूसरे क्षेत्रों का है। अब तो शहर की कई गलियों में कचरा वाहनों का आना भी बंद हो गया है। शिवनगर निवासी करन सिंह खंगार, बल्लू यादव आदि ने बताया कि उनकी गली में तो आज तक कचरा वाहन नही आया है।