लीज के प्लाटो पर जंग खा रही मशीने, नए उद्यमियों को नहीं मिल रहा मौका
सरकारी जमीन की लीज समाप्त होने के बाद भी परम्परागत तरीके से उद्योगपति लीज के प्लाटों पर कब्जा जमाए हुए है। वहीं जिले की बढ़ती जनसंख्या और पंजीकृत २३ हजार ६०६ कार्यरत और पंजीकृत है। इसके साथ ही इन नए उद्यमियों द्वारा नए औद्योगों की तलाश की जा रही है। लेकिन लीज की सरकारी जमीनों पर पहले से ही परम्परागत तरीके उद्योगपति द्वारा मशीनें लगाकर कब्जा जमाए बैठे है। जिसके कारण उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कुछ उद्योगपतियों के प्लाटों की लीज समाप्त होने पर उन्होंने उच्च न्यायालय की शरण ले ली है।
यह है औद्योगिक क्षेत्र के नियम
विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र में लगे कारखानों से निकलने वाली हानिकारण गैंसे और डस्ट को बाहर जाने से रोकने के लिए डस्ट अरेस्टर लगाना चाहिए। जहां उद्योग संचालित की जा रही है उस क्षेत्र के तीन ओर बढ़ी दीवार बनी होनी चाहिए। पर्यावरण सुरक्षा के लिए सघन वृक्षारोपण करना चाहिए। नियम के तहत क्रेशर क्षेत्र मेेंं सुबह और शाम पानी का छिड़काव होना चाहिए। जिससे उद्योग की धूल न उड़े। उद्योग क्षेत्र के पास आबादी वाला क्षेत्र न हो, इसके साथ ही उद्योग नदी किनारे भी न हो। मजदूरों के लिए नाक और मुह पर मास्क हो।
उद्योग की डस्ट से होती है गंभीर बीमारियां
जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ. पीएल विश्वकर्मा ने बताया कि क्रेशर की डस्ट से आबादी क्षेत्र दूर होना चाहिए। उद्योगों के धुए और डस्ट से लोगों को उल्टी दस्त, फेफडों की बीमारी, टीवी, दमा, इलर्जी, नीमोनियोसिस, सिलीकोसिस सहित अन्य प्रकार की गंभीर बीमारियां हो जाता है। जिसके कारण लोगों को हमेशा जान का खतरा बना रहता है।
फैक्ट फायल
ढोंगा औद्योगिक क्षेत्र में लीज की प्लाटों की संख्या – १९
लीज समाप्त की संख्या – ३
जिले में उद्योग विभाग में कार्यरत और पंजीकृत उद्यमी – २३६०६
इनका कहना
ढोंगा औद्योगिक क्षेत्र के प्लाटों की लीज समाप्त हो गईहै। वह प्रकरण न्यायालय की शरण में है। उद्योग द्वोत्र में जो भी कारखाना संचाकल पार्क की जमीनों पर कब्जा जाएग बैठे है। उन संचालकों को जल्द ही नोटिस दिया जाएगा। इसके साथ ही विभाग द्वारा कठोर कार्रवाई की जाएगी।
राजशेखर पाण्डे महाप्रबंधक उद्योग विभाग टीकमगढ़।