एक साल बाद भी नहीं हुआ निराकरण
जतारा जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत दरगांय खुर्द में ज्वालामुखी सरकार स्व सहायता समूह अध्यक्ष ने वर्ष २०२० में समूह का बाकी अनाज दिलाने की शिकायत की थी। जिसका शिकायत क्रमांक १६६9४9१२ दिया गया था। लेकिन उसका निराकरण नहीं किया गया है। तीन माह का राशन दिलाने की मांग कई बार की गई है। जांचकर्ता द्वारा शिकायत बंद कराने का दबाव बनाया जाता है।
बना रहे दबाव, नहीं कर रहे निराकरण
शिकायतकर्ता मजहर खान का कहना था कि हरपुरा नहर को करोड़ों की लागत से बनाया गया है। लेकिन जलसंसाधन की लापरवाही के कारण यह नहर बार-बार हनुमानसागर पठला के पास फूट जाती है। खानापूर्ति करके विभाग के कर्मचारी चले जाते है। जिसके कारण सैकड़ों एकड़ जमीन में रबी और खरीफ की खेती का फायदा नहीं ले पाते है। उसके बाद विभाग कार्रवाई नहीं करता। समस्या का निराकरण पाने के लिए २9 जनवरी २०२१ में सीएम हेल्पलाइन नम्बर १३२०३9२६ शिकायत दर्ज कराई थी। उसके निराकरण करने की बजह दबाव बना रहे है।
यह है शिकायतों की स्थिति
88 विभागों की शिकायतें जनवरी में ५ हजार २०० थी। फरवरी में १ हजार १०8 शिकायतें बढ़ गई है। उन्हें जोड़कर ६ हजार ३०8 शिकायतें दिखाई दे रही है। एल वन २ हजार १५३, एल टू में 7०२, एल थ्री में १ हजार 7२ और एल फोर में २ हजार ३8१ शिकायतों को दर्ज किया गया है। सबसे अधिक शिकायत खाद विभाग, फिर राजस्व विभाग, बिजली कम्पनी, जलसंसाधन, ग्राम पंचायत के साथ अन्य विभागों की शिकायतों का निराकरण नहीं किया जा रहा है।
इनका कहना
सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों की जांच करने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा टीम का गठन किया जाता है। उसके बाद उनके द्वारा जांच की जाती है। जाचं अगर ऑफिस में बैठकर की जाती है तो गलत है। उनके खिलाफ शिकायत आने पर कार्रवाई की जाएगी।
अमन गोयल सीएल हेल्पलाइन प्रभारी टीकमगढ़़।