सालों की मांग के बाद बड़ागांव की धसान नदी का पुल स्वीकृत हुआ तो लोगों को लगा था कि अब बारिश में होने वाली परेशानी का स्थाई निदान हो जाएगा। विदित हो कि बारिश के समय में पुल पर पानी आ जाने से जहां यह मार्ग अवरूद्ध हो जाता है, वहीं सालों पुराना हो चुका यह पुल जर्जर भी हो चुका है। ऐसे में इस पुल से आवागमन भी सुरक्षित नहीं है। ऐसे में शासन द्वारा इस नदी पर पुल स्वीकृत किया था। पुल स्वीकृत होने के बाद इसका निर्माण भी शुरू कर दिया गया था, लेकिन कछुआ गति से चल रहे निर्माण के कारण निर्धारित समय सीमा पूर्ण होने के बाद भी पुल का काम अधूरा पड़ा है।
2020 में पूरा होना था काम
धसान नदी पर बनने वाले 420 मीटर लंबे पुल के लिए ब्रिज कॉपोरेशन द्वारा 1398 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई थी। माधव इंफ्रा द्वारा इसके लिए 21 अक्टूबर 2018 को काम शुरू किया गया था और यह काम 8 सितम्बर 2020 में पूरा होना था। निर्धारित तिथि से 17 माह अधिक होने के बाद भी यह पुल पूरा नहीं हो सका है। आलम यह है कि ठेकेदार द्वारा अब तक पूरे पिलर भी तैयार नहीं किए गए है। वहीं कुछ समय से तो काम जैसे बंद ही पड़ा है।
किसी का नहीं ध्यान
महिनों से बंद पड़े इस काम पर किसी का ध्यान नहीं है। न ही प्रशासन इसके लिए कोई प्रयास कर रहा है और न ही जनप्रतिनिधियों का इस पर ध्यान है। वहीं विभाग भी कुंभकरण की नींद सो रहा है। इस पुल के निर्माण के लिए ठेकेदार द्वारा दोनों ओर फैलाई गई सामग्री से यहां पर आवागमन भी बाधित हो रहा है। इसके बाद भी किसी को इसका ध्यान नहीं है। लोगों ने प्रशासन से इसके लिए प्रयास करने की मांग की है। इस मामले में ब्रिज कॉपोरेशन के कार्यपालन यंत्री पीएस पंत से की तो उन्होंने मामला सुनते ही फोन काट दिया।