scriptनियमों के फेर में उलझी सैंपल लेने की प्रक्रिया | Corona Sampling in Tikamgarh | Patrika News
टीकमगढ़

नियमों के फेर में उलझी सैंपल लेने की प्रक्रिया

पिछले सात दिनों में संभाग में सबसे कम सैंपल हुए जिले में, भारी न पड़ जाएं नियम

टीकमगढ़May 27, 2020 / 10:32 pm

anil rawat

Corona Sampling in Tikamgarh

Corona Sampling in Tikamgarh

टीकमगढ़. कोरोना के संदिग्धों की जांच में नियम आड़े आ रहे है। नए नियमों के बाद से जिले में सैंपल प्रक्रिया रूक सी गई है। पिछले सात दिनों में जिले में महज 24 सैंपल लिए गए है। इसमें से दो सैंपल पूर्व में मिले मरीजों की दूसरी जांच के भी शामिल है। नए नियमों के बाद हॉट स्पॉट से लौट रहे संदिग्धों के सैंपल भी नहीं लिए जा रहे है। स्वास्थ्य विभाग इसके लिए नियमों का हवाला दे रहा है।


इन दिनों पूरे प्रदेश के साथ ही संभाग में भी कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। इस बीमारी को रोकने का पहला उपाय जहां सोशल डिस्टेंस है, वहीं दूसरा हर संदिग्ध की जांच करना है। एक से दूसरे व्यक्ति में होने वाली इस संक्रमण बीमारी को रोकने के लिए जरूरी है कि जो भी व्यक्ति महानगरों से जिले में आ रहा है, उसे क्वॉरंटीन कर उसका सैंपल लिया जाए। सात दिन पहले तक जहां जिले में प्रतिदिन 20 से 30 के बीच में सैंपल लिए जा रहे थे, वहीं इस सप्ताह में यह संख्या तेजी से कम हुई है। पिछले सात दिनों में जिले से महज 24 सैंपल ही लिए गए है।


नए नियम बने रोड़ा: जिले में कम हो रही सैंपलिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग आईसीएमआर की नई गाइड लाइन का हवाला दे रहा है। विभाग का कहना है कि नई गाइड लाइन के अनुसार केवल उन लोगों के सैंपल लिए जाने है, जो हॉट-स्पॉट से आए है और उनमें कोरोना के किसी प्रकार के लक्षण दिखाई दे रहे है। यदि किसी में लक्षण नहीं है तो उसकी स्क्रीनिंग कर उसे विभागीय या होम क्वॉरंटीन किया जाना है।

 

बिना लक्षण के मरीज आए सामने: विदित हो कि अब तक जिले में कोरोना के 6 मरीज सामने आए है। यह सभी बिना लक्षणों वाले थे। इसमे 14 अप्रैल को सामने आया लमेरा के मरीज की तो पांच जांचों के लिए बाद निगेटिव रिपोर्ट आई थी। ऐसे में बिना लक्षण वाले संदिग्धों की जांच न होना एक प्रकार से खतरा बना हुआ है।


बड़ी संख्या में लौट रहे लोग: विदित हो कि इस समय जिले में महानगरों से जहां बड़ी संख्या में मजदूर लौट कर अपने घरों को आ रहे है, वहीं प्रदेश में हॉटस्पॉट बन चुके इंदौर, भोपाल के साथ ही मुम्बई और दिल्ली से भी लोगों की घर वापसी हो रही है। जिला पंचायत सीइओ की माने तो पिछले पांच दिनों में हॉटस्पॉट से 218 लोग वापस आए है। इनमें से कुछ को विभागीय क्वॉरंटीन किया गया है तो कुछ को होम क्वॉरंटीन में रखा गया है।


संभाग में पीछे हुए जिला: विदित हो कि 19 से 25 मई तक सैंपल के मामले में टीकमगढ़ जिला सबसे पीछे रहा है। इन सात दिनों में जहां सागर में सबसे ज्यादा 808 संदिग्धों की सैंपलिंग हुई है और 47 मरीज सामने आए है, वहीं छतरपुर में 208 संदिग्धों की जांच के बाद 8 नए मरीज सामने आए है। वहीं दमोह में भी पिछले सात दिनों में 85 लोगों की सैंपलिंग हुई है और 5 नए मरीज मिले है।

Home / Tikamgarh / नियमों के फेर में उलझी सैंपल लेने की प्रक्रिया

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो