विदित हो कि नगर परिषद द्वारा 12 करोड़ 75 लाख रूपए की नलजल योजना में की गई लापरवाही के चलते जहां परिषद द्वारा पूरी राशि खर्च कर दी गई है, वहीं नगर के लोग अब भी प्यासे है। इस संबंध में कई बार नगर के लोग धरना-प्रदर्शन कर ज्ञापन दे चुके है, लेकिन कोई कार्रवाई नही की गई थी। परेशान होकर नगर के नारायणदास सोनी ने इस संबंध में एसडीएम के साथ ही कलेक्टर, नगरीय प्रशासन मंत्रालय एवं मुख्यमंत्री से इस संबंध में शिकायत की है। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ने परिषद को नोटिस जारी कर 29 अप्रैल के पूर्व पूरा रिकार्ड जमा कर जबाव देने को कहा है।
यह की थी शिकायत: नारायणदास सोनी ने एसडीएम से की शिकायत में आरोप लगाया था कि नगर परिषद द्वारा जलावद्र्धन योजना में महज 25 प्रतिशत काम कराया गया है, जबकि पूरी राशि खर्च कर दी गई है। उनका आरोप था कि इस योजना में जमकर घालमेल किया गया है। उन्होंने यह भी शिकायत की थी कि नगर परिषद नवीन जलावद्र्धन योजना प्रारंभ होने के बाद पुराने कनेक्शनधारियों से भी 2950 रूपए कनेक्शन के ले रही है, जबकि नए कनेक्शन के लिए 4 हजार रूपए बसूल किए जा रहे है। उनका कहना था कि परिषद द्वारा की गई लापरवाही के कारण जहां लोगों को पानी नही मिल रहा है, वहीं शुल्क के रूप में अतिरिक्त आर्थिक बोझ भी डाला जा रहा है। इस मामले में एसडीएम के यहां से नोटिस जारी होने के बाद अब लोगों को लगा है कि शायद मामले की पूरी जांच हो और योजना भली प्रकार से प्रारंभ हो सके।