सचिव ने भी दी गलत जानकारी: इस जांच के दौरान सचिव से भी जबाव मांगा गया था। अपने जबाव में सचिव विजय सिंह यादव ने भी गलत जानकारी देते हुए बताया कि 21 मार्च को सीमेंट, रेत एवं गिट्टी खरीदने के लिए 2 लाख 44 हजार 725 रूपए की राशि आहरित की गई थी। जबकि उस समय यह सामान वहां था ही नहीं। साथ ही सचिव द्वारा मार्ग जर्जर होने के कारण ट्रक एवं गिट्टी से भरे डंफर जाने में होने वाली परेशानी का उल्लेख किया गया था जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है। सचिव द्वारा वहां अस्थाई रास्ते का निर्माण कराने की बात कही है।
आंकड़ों में भी हेरफेर: सरपंच एवं सचिव द्वारा सरकारी आंकड़ों में जिस सीसी सड़क को 300 मीटर बनाने और इसमें आने वाली लागत को 8 लाख 90 हजार रूपए बताया जा रहा है। दरअसल पंचायत संचालनालय में इस कार्य की स्वीकृति केवल 200 मीटर एवं इसकी निर्माण लागत राशि 5 लाख 90 हजार बताईगई है। शिकायतकर्ता आत्माराम घोष के अनुसार ग्राम पंचायत के प्रभारी सचिव एवं रोजगार सहायक के भ्रष्टाचार की तमाम शिकायतों के बाद भी इस ओर कार्रवाई नहीं की जा रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी: मामले की जानकारी कर फाइल दिखवाई जाएगी। लापरवाही पाए पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।-अभिजीत अग्रवाल, कलेक्टर, टीकमगढ़