केस-०१
बड़ागांव धसान तहसील क्षेत्र के मिथलाखेरा निवासी बल्लू रैकवार की जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर लिया था। मामले को तहसील में दर्ज किया था। इसके बाद कलेक्टर की कोर्ट में दर्ज किया गया था। मामला पीडि़त के पक्ष में आया। इसके साथ ही कमिश्नर कोर्ट से जीत मिली थी। उन्होंने ने कब्जा हटाने के आदेश कलेक्टर को दिए थे। कलेक्टर ने तहसील को आदेश दिए थे। वर्षो बीत गए, लेकिन कब्जा नहीं दिला पाए।
केस-०२
मोहनगढ़ तहसील क्षेत्र के दरगांय खुर्द निवासी प्रभू दयाल राजपूत ने बताया कि वर्ष २००८ में टीलाबांध के डूब क्षेत्र में ३ एकड़ से अधिक जमीन आई थी। जिसे प्रशासन द्वारा अधिग्रहण कर लिया गया। लेकिन ९ साल बाद भी मुआवजा नहीं मिल पाया। मोहनगढ़ तहसील, एसडीएम कोर्ट, जतारा, कलेक्टर, कमिश्नर के साथ विधायक और मंत्रियों को पत्र दिए। लेकिन मुआवजा नहीं दिलवा पाए।
केस-०३
खरगापुर तहसील के कुडीला गांव निवासी तिजुआ आविासी ने बताया कि दो वर्ष पूर्व सूखा राहत की राशि के लिए जमीन के महत्वपूर्ण दस्तावेज जमा किए गए थे। लेकिन मुआवजा नहीं दिया गया। वहीं कडीला निवासी मुन्नू बाई राय, पिपरा निवासी छोटे लाल पाल, भानपुरा निवासी कुसुम सेन खरगापुर निवासी रामजी तिवारी ने बताया कि कछुएं की चाल पर तहसील में कार्य किया जा रहा है। तहसील में न तो नामांतरण समय पर किए जा रहे है और न ही तरीबीन की जा रही है।
केस-०४
लिधौरा तहसील क्षेत्र के खुशीपुरा निवासी दयाली यादव, ईशोन निवासी हरचरण पुत्र नाथूराम नापित द्वारा नामांतरण कि लिए महीनों पूर्व फाइल तहसील में दर्ज की थी। लेकिन नामांतरण का आदेश नहीं निकला है। नामांतरण करवाने के लिए पीडि़त पटवारी से तहसील कार्यालय में चक्कर लगा रहे है। जिसमें तारीख ही दी जाती है।
केस-०५
निवाड़ी तहसील क्षेत्र के मॉडल स्कूल के पांच एकड़ जमीन दी गई थी। जिसमें नगर के लोगों ने अतिक्रमण करके मकान निर्माण कर लिए है। शिकायतों पर तहसीलदार द्वारा नोटिस जारी किए गए। इसके साथ ही बायपास रोड़ तालाब की बंधान पर लोगों ने मकान निर्माण कर लिए है। जिस पर तहसीलदार द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए कई नोटिस जारी किए गए। लेकिन अतिक्रमण नहीं हटा पाए।
केस-०६
पृथ्वीपुर तहसील क्षेत्र के लुहरगुवां निवासी नथू कुशवाहा, बृषभान यादव, ठाकुरदास, कुंवरलाल यादव और नत्थूआ कुशवाहा ने बताया कि तहसील में तीन साल पहले अतिक्रमण, बंटवारा और नामांतरण के लिए फाइल लगाई थी। तहसील में जाते है तो पेशी दी जाती है। फैसला नहीं होने के कारण परेशान होना पड़ रहा है।
इनका कहना
मामले पर ध्यान दिया जाएगा। किसानों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा। लंबित प्रकरणों को निराकरण कि या जाएगा।
सौरभ कुमार सुमन कलेक्टर टीकमगढ़।