स्थानीय लोगों ने बताया कि नगरपालिका ने नगर में आधा दर्जन से अधिक पेयजल समस्या समाधान के लिए टंकियों का निर्माण कराया था। लेकिन गुणवत्ता खराब होने के कारण टंकी गिर गई थी। उसके बाद से नया बस स्टैंड पर पेयजल संकट छा गया है। मुख्य द्वार पर पानी की टंकी रखी गई, लेकिन खाली पड़ी है। जिसके कारण यात्रियों को प्यासा ही जाना पड़ रहा है।
नया बस स्टैंड पर यात्रियों के लिए पेयजल साधन तैयार किए गए थे। मंदिर के पीछे हैंडपंप, यात्री प्रतीक्षालय के पास पानी की टंकी खंडहर हो गई है। गर्मियों में मुख्य द्वार के ऊपर रखी पानी की टंकियों को भरा जाता है, लेकिन नलों की टोटी गायब हो गई है। इस समस्या के कारण यात्रियों को पेयजल उपलब्ध नहीं हो पाता है। ऑटो चालक नरेश कुशवाहा और यात्री रघुवीर यादव, संतोष यादव, प्रीतम राजपूत ने बताया कि बस स्टैंड पर पेयजल समस्या का समाधान नहीं हो रहा है। जबकि संभाग का सबसे अच्छा सुविधा जनक बस स्टैंड बना है।
दीपक विश्वकर्मा, उपयंत्री नगरपालिका टीकमगढ़।