रैंडम तरीके से शालाओं का होगा भ्रमण
राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक लोकेश कुमार जांगिड ने दिए आदेश में बताया कि नवप्रवेशी बच्चे और अगली कक्षा में ट्रांजिशन करने वाले बच्चों का नामांकन किया जाना है। इसके लिए शिक्षक प्रतिदिन सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक विद्यालय में रहेंगे। लापरवाही रोकने के लिए रैंडम तरीके से भ्रमण किया जाएगा। उसके लिए जिलाा स्तर की टीम तैनात रहेंगी।
इनका कहना
शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों का अचानक अवकाश निरस्त कर देना गलत है हमारे कई साथी परिवार सहित बाहर है जिनका वापसी का रिजर्वेशन भी नहीं मिल रहा है। पूरी गर्मियों की छुट्टी में शिक्षकों की कही न कही ड्यूटी लगाई जाती रही है। इससे बेहतर शिक्षकों के ग्रीष्म अवकाश बंद कर उन्हें अर्जित अवकाश व उनका नगदीकरण के आदेश जारी कर देने चाहिए। चूंकि विद्यालय खोले जाने के दो दो पत्र चल रहे है तो बताना चाहता हूं की जिला शिक्षा अधिकारी हमारा सीधा अधिकारी होता है उनके द्वारा जारी किए आदेश का पालन करना हम सब की अनिवार्यता है। इसलिए जिला शिक्षा अधिकारी टीकमगढ़ द्वारा जारी किए गए आदेश का पालन शिक्षकों द्वारा किया जाए ।
सतीश खरे, जिलाध्यक्ष आजाद अध्यापक शिक्षक संघ।
राज्य शिक्षा केंद्र का आदेश सर्वमान्य है। शासन के आदेश का पालन जिला शिक्षा विभाग का काम है। कमिश्नर के आदेश पर १९ मई को सुबह ७:३० बजे से स्कूल खोलने का आदेश किया गया था। मुख्य उद्देश्य है बच्चों को शिक्षा देना।
शक्ति कुमार खरे, जिला शिक्षा अधिकारी टीकमगढ़।