रतजगा करने के बाद भी नहीं लगा नम्बर
सरकनपुर निवासी किसान राजबहादुर सिंह, पुरषोत्तम सिंह लोधी, उत्तम सिंह कुशवाहा, नादिया अबधेश लोधी, देवीदयाल यादव, भूपेंद्र सिंह यादव ने बताया कि सरकार द्वारा किसानों को कोई परेशानी नहीं हो, उसके लिए क्षेत्रों में समर्थन मूल्य के तहत खरीदी केद्र बनाए गए है। खरीदी केंद्र प्रबंधकों की लापरवाही के कारण बारदान और तौल में देरी में की गई। रतजगा करने के बाद भी उड़द नहीं बेचे गई। जिसके कारण किसानों को खरीदी केंद्रों से वापस लौटना पड़ा।
किसानों ने सर्वेयरों और समिति प्रबंधकों पर लगा रूपए लेने के आरोप
सर्वेयरों और प्रबंधकों की मनमानी के कारण किसानों का समर्थन मूल्य खरीदी केंद्र पर उड़द बेचने का मौह भंग हो गया है। खरीदी केंद्रों पर उड़द की सफाई, पल्लेदारी के साथ अन्य प्रकार के करो के एवज में रुपए वसूलने की आरोप किसानों द्वारा लगाए गए है। जिसको लकेर संबंधित विभाग द्वारा निरीक्षण किया गया। जिसमें कलेक्टर द्वारा सर्वेयर पर एफआईआर दर्ज की गई।
फैक्ट फायल
जिले में समर्थन मूल्य की खरीदी – २० नवम्बर से १९ जनवरी तक
जिले में समर्थन मूल्य के कुल पंजीयन किसान – ७८०००
जिले में कुल खरीदी केंद्र – ६७
समर्थन मूल्य में प्रतिकिलो उड़द – ५६ रुपए
एक हेक्टयर में खरीदी कें द्र में कुल क्विांटल – ९
जिले में समर्थन मूल्य के कुल पंजीयन वाले शेष किसान – ३४५३९
२० नवम्बर से १८ जनवरी तक उड़द बेचने वाले किसान – ४३४६१
१८ जनवरी तक किसानों द्वारा बेचा गया उड़द – ४४१४५६१०३ क्विांटल
२० नवम्बर से १८ जनवरी तक मंूगफली बेचने वाले किसान – २९६७
१८ जनवरी तक किसानों द्वारा बेची गई मंूगफली – ५५७०९५१० क्विांटल
२० नवम्बर से १८ जनवरी तक मूंग के किसान – ०१
१८ जनवरी तक किसानों द्वारा बेची गई मंूग – ०३ क्विांटल
इनका कहना
समर्थन मूल्य खरीदी की तारीख बढऩे की कोई तारीख अभी सामने नहीं आई है। १७ जनवरी तक ४३ हजार से अधिक किसानों द्वारा अनाज को बेचा गया है। हाल ही में कलेक्टर छुट्टी पर है। जिसके कारण कुछ कह नहीं सकते।
अर्जुल सिंह धु्रव जिला विपणन अधिकारी टीकमगढ़।