scriptहर तहसील में बनाए गए क्वारंटाइन केंद्र | Do not let children out of the house with pregnant women | Patrika News

हर तहसील में बनाए गए क्वारंटाइन केंद्र

locationटीकमगढ़Published: Apr 03, 2020 08:30:55 pm

Submitted by:

akhilesh lodhi

सर्दी, जुकाम, खांसी औ बुखार से पीडि़तों के पास घर और भोजन की कोई व्यवस्था नहीं है।

 Do not let children out of the house with pregnant women

Do not let children out of the house with pregnant women

टीकमगढ़.सर्दी, जुकाम, खांसी औ बुखार से पीडि़तों के पास घर और भोजन की कोई व्यवस्था नहीं है। उनके लिए प्रशासन ने तहसीलस्तर पर क्वारंटाइन केंद्र बनाए गए है। वहां पर उनके लिए घर से व्यवस्थाएं की गई। जिनकी जिम्मेदारी जनपद पंचायत सीईओ के साथ तहसीलदारों को दी गई है। इसके साथ ही जो लोग दूसरे शहरों से आए है। उनका सर्वे आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ पंचायत के कर्मचारियों द्वारा की जा रही है।
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच इसके बचाव में कई उपाय किए जा रहे हैं। अगर किसी व्यक्ति में सर्दी, जुकाम, खांसी और बुखार कोरोना संक्रमण के लक्षण दिखाई दे रहे तो उसके लिए एक बेहतरीन उपाय होम क्वारंटाइन भी है। प्रशासन द्वारा प्रत्येक तहसील स्तर पर क्वारंटाइन स्थापित किए है। यह केंद्र दूसरे लोगों से दूर रहने के उपाय बताए गए है। वहीं बाहर से आए लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर सील लगाई गई है। उन्हेंं बाहर नहीं निकलने के निर्देश दिए गए है। इस महामारी से बचने के लिए पुलिस, स्वास्थ्य विभाग के साथ प्रशासन द्वारा विशेष इंतजाम किए जा रहे है। इसके साथ ही गर्भवती, बालकों और बुजुर्गाे को कोरोना वायरस से बचने के लिए जागरूक किया जा रहा है। पुलिस लाइन में पदस्थ उत्तम सिंह कुशवाहा ने बताया कि पुलिस लाइन के कर्मचारियों के लिए भी क्वारंटाइन केंद्र बनाने का कार्य किया जा रहा है।
झिरकी बगिया के पास आयुष भवन को बनाया क्वारंटाइन केंद्र
डिप्टी कलेक्टर सौरभ मिश्रा ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते जिले के सभी तहसील क्षेत्रों में क्वारंटाइन केंद्र बनाए गए है। इसके साथ ही नगर के झिरकी बगिया के पास स्थित आयुष भवन को क्वारंटाइन केंद्र बनाया गया है। उस केंद्र में ५० के करीब बिस्तर बनाए गए है। यहां वह लोग रह सकते है। जिनके पास न तो रहने के लिए भवन है और न ही खाने के लिए भोजन की व्यवस्थाएं। यहां पर ऐसे लोगों के लिए प्रशासन द्वारा व्यवस्थाएं की गई है। वहां की देख के लिए जिम्मेदारों को नियुक्त किया गया है।

दूसरे शहरों से आए लोगों का हो रहा सर्वे
जो लोग दूसरे शहरों से लौटे है। उनका जिले की सीमाओं पर तो स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। इसके साथ ही गांव में एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के साथ ग्राम पंचायत के कर्मचारियों द्वारा किया जा रहा है। इसके साथ ही उनके घरों पर सूचना चस्पा कर सील भी लगाई जा रही है। वह लोग १४ दिन तक घरों से बाहर नहीं निकले। किसी से बात नहीं करें। लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति उसके उलट है। ऐसे लोगों का सर्वे करने के लिए प्रशासन ने निर्देश दिए है। इसके साथ यह भी कहा कि अगर वह लोग घरों में नहीं रहते है। नियमों के उल्लंघन पर कार्रवाई की जाएगी।
इनका कहना
जिले की प्रत्येक तहसील स्तर पर क्वारंटाइन केंद्र बनाए गए है। जहां लोगों को रहने पीने और खाने की वस्तुओंं की व्यवस्थाएं की गई है। इसके साथ ही बाहर से आए लोगों की जांच कर उन्हेंं १४ दिन तक घरों में रहने के लिए उनके घरों के बाहर नोटिस चस्पा किए गए है। अगर वह नियमों का पालन नहीं कर रहे है तो कार्रवाई के निर्देश दिए गए है।
सौरभ मिश्रा डिप्टी कलेक्टर टीकमगढ़।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो