स्थानीय एमपीईबी कॉलोनी के सामने स्थित आयुष्मान हॉस्पिटल में बीती रात प्रसव के दौरान एक बच्चें की मौत हो गई थी। इसके बाद परिजनों ने यहां पर जमकर हंगामा किया और डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया। चकरा तिराहे पर निवास करने वाले सोमित सिंह ठाकुर का कहना है कि उनकी पत्नी ज्योति सिंह के गर्भवती होने के बाद से वह लगातार इसी अस्पताल में महिला चिकित्सक डॉ माण्डवी साहू से उपचार करा रहे थे। पिछले 9 माह से सभी रिपोर्ट सही आ रही थी। सोमित का कहना है कि वहीं शुक्रवार को जब वह अपनी पत्नी को लेकर आए तो डॉक्टर ने उनसे सोनोग्राफी कराने को कहा। इसके बाद शाम को ऑपरेशन किया तो बच्चा मृत था। सोमित का आरोप था कि मृत बच्चा होने के लिए डॉक्टर द्वारा ऊपरी बाधा होने की बात कहीं जा रही है।
दबाव बनाने कर रहे नाटक: वहीं इस मामले में डॉक्टर माण्डवी साहू का कहना है कि उनके द्वारा ऐसा कुछ नही कहा गया है। उनके द्वारा सोमित और उसकी मां से की गई बात की पूरी वीडियो रिकार्डिंग है। यह बात न तो मैंने और न ही मेरे स्टॉफ न कहीं है। डॉ साहू का कहना है कि सोनोग्राफी में ही साफ हो गया था कि बच्चा मृत है। मां और बच्चें का निगेटिव ब्लड ग्रुप होने से यह समस्या हुई है। डॉ साहू का कहना था कि इनके पहले भी 2 बच्चें खराब हो गए है। अब यह लोग पैसा न देने के लिए इस प्रकार की बातें कर दबाव बना रहे है।
पुलिस के पास पहुंचा मामला: शनिवार को परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से की। सोमित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर इसकी जांच शुरू कर दी है। सोमित की शिकायत के बाद पुलिस ने शनिवार को दफन किए गए बच्चें का शव निकाला। रात्रि को बच्चा मृत होने पर परिजनों ने इसे दफना दिया था। पुलिस ने बच्चें का शव निकालवा कर इसका पीएम कराया है।
कहते है अधिकारी: परिजनों की शिकायत के बाद बच्चें का शव निकलवा कर उसका पीएम कराया गया है। पीएम रिपोर्ट के बाद ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है।- धर्मेन्द्र यादव, कोतवाली थाना प्रभारी, टीकमगढ़।