बल्देवगढ़ भी सूना: वहीं रात को पीएम न होने के कारण परिजन सुबह से शव को लेकर बल्देवगढ़ सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे। यहां भी बीएमओ एसके छिलवार जहां छतरपुर मीटिंग में गए हुए थे, वहीं एक अन्य डॉक्टर भोपाल में थे। यहां भी डॉक्टर न मिलने के कारण परिजन शव को लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। खरगापुर से लगभग 40 किलोमीटर तक शव लेकर आने के बाद जिला अस्पताल में उसका पीएम किया गया।
डॉक्टरों की कमी से स्वास्थ्य सेवाएं बेहाल: विदित हो कि पिछले कई वर्षों से पूरे जिले में डॉक्टरों की खासी कमी बनी हुई है। भाजपा सरकार में जब स्वास्थ्य महकमें के मंत्री के पास ही जिले का प्रभार था, उस समय भी डॉक्टरों की कमी थी अब सरकार बदलने के बाद भी वही हाल है। आलम यह है कि यहां पर मरीजों का उपचार तो दूर पीएम कराने के लिए भी डॉक्टर उपलब्ध नही हो रहे है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के दोनों डॉक्टरों के बाहर होने से जहां मृतिका पूजा का पीएम नही हो सका, वहीं दिन भर उपचार के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंचे मरीजों को भी बिना उपचार के ही वापस लौटना पड़ा।
कहते है अधिकारी: मैं मीटिंग में छतरपुर आया हूं। दूसरे डॉक्टर भी भोपाल गए है। इसलिए यहां पर कोई नही है।- एसके छिलवार, बीएमओ, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बल्देवगढ़।