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स्कूलों में जाकर लगानी होगी मोबाईल से ई-अटेंडेस, अब बाबूओं के नहीं लगाने होगें चक्कर

locationटीकमगढ़Published: Jun 14, 2018 12:43:14 pm

Submitted by:

anil rawat

शिक्षक और अध्यापकों के भारी विरोध के बावजूद सोमवार से एक बार फिर ई-अटेंडेस मोबाईल से हाजिरी अनिवार्य की जा रही है।

E-Attendes if not paid

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अखिलेश लोधी.टीकमगढ़.शिक्षक और अध्यापकों के भारी विरोध के बावजूद सोमवार से एक बार फिर ई-अटेंडेस मोबाईल से हाजिरी अनिवार्य की जा रही है। 11 जून से स्कूलों को तो खोला गया है। लेकिन स्कूलों में बच्चें नहीं दिखें। लेकिन शिक्षकों को स्कूल में पहुंचकर एम शिक्षा मित्र एप के माध्यम से ई-अटेंडेंस लगाने के आदेश जारी कर दिए है। एम शिक्षा मित्र के नए वर्जन में शिक्षकों कई सुविधाएं भी दी जा रही है। शिक्षक अध्यापक मोबाईल की स्क्रीन पर सिर्फ टच कर समस्याओं को दूर कर सकेंगे। इसके साथ ही नए एम शिक्षा मित्र के नए वर्जन से शिक्षकों की अटेंडेंस को वेतन से भी जोड दिया गया है। विभाग का कहना है कि यदि एप से अटेंडेस नहीं लगाई तो वेतन भी जनरेट नहीं होगा। लिहाजा शिक्षकों को हर हाल में ई-अटेंडेस को हर साल में ई-अटेंडेस लगानी होगी।
लुकेशन बताईगी कितनी दूरी से लगाई अटेंडेंस
सर्व शिक्षा अभियान डीपीसी हरिशचंद्र दुबे ने बताया कि शासन द्वारा एम शिक्षा मित्र के तहत ई-अटेंडेंस के लिए नया वर्जन बनाया है। यह वर्जन संबंधित शिक्षक की लुकेशन बताएगा कि किस विकासखण्ड और किस संकुल से संबंधित शिक्षक ने अटेंडेंस लगाई है। इसके साथ ही कितनी दूरी से लगाई गई है। जिस शिक्षक का मोबाईल गलत लुकेशन बताएगा उस शिक्षक की ऑनलाईन वेतन काटी जाएगी। इसके साथ ही विभाग द्वारा कार्रवाई की जाएगी।

जिनके पास नहीं है मोबाईल वह एसएमएस करेगें
जिले में 2493 हायर सेकेंडरी, हाईस्कूल, माध्यमिक स्कूल और प्राथमिक स्कूल संचालित है। इन स्कूलों में कई ऐसे शिक्षक है,जिन्हे मोबाईल चलाना नहीं आता है। इसके साथ ही उनके पास एंड्रोइड मोबाईल नहीं है। वह शिक्षक, अध्यापक संदेश के माध्यम से ही अपनी उपस्थित दर्ज कर सकते है। इसके साथ संस्था के हेडमास्टर के मोबाईल पर एप को लॉगइन करके स्टाफ के लोगों की अटेंडेंस लगवा सकते है।
ये मिलेगी सुविधाएं
वर्ष 2007 से शुरू एजुकेशन पोर्टल में शिक्षकों का पूरा डाटा ऑनलाईन कर एप से कनेक्ट कर दिया गया है। शिक्षक अध्यापक और कर्मचारियों को एजुकेशन पोर्टल से अपनी और शिक्षा विभाग से जुडी जानकारियों लेने के लिए जहां पार्सवर्ड दे दिए है। वहीं एम शिक्षा मित्र एप को भी इससे कनेक्ट कर दिया गया है। एम शिक्षा मित्र एप को भी इससे कनेक्ट कर दिया गया है। एम शिक्षा मित्र एप से शिक्षक अपनी वेतन पर्ची से स्लिप ई-सर्विस बुक देख सकेगें। शिक्षा विभा के आदेश निर्देश जन्मदिन, बच्चों की छात्रवृत्ति का ब्यौरा देख सकेगें। अवकाश का आवेदन ऑनलाईन दे सकेंगे। शिकायत ऑनलाईन एप के माध्यम से दर्ज करा सकेेगें। शिक्षक कर्मचारियों का डाटा ऑनलाईन वेतन स्लिप डाउनलोड कर प्रिंट निकाल सकेंगे। सर्विस बुक सहित अन्य जानकारियों एक टच कर देख सकेगें।
इनका कहना
शासन ने एम शिक्षा मित्र के एप का नया वर्जन संचालित किया गया है। उसी में सभी शिक्षकों और अध्यापकों का डाटा डाल दिया है। यह एप शिक्षक की लुकेशन और दूरी भी बताएगा। जिससे कोई भी शिक्षक काम में लापरवाही नहीं कर पाएगा।
हरिशचंद्र दुबे डीपीसी सर्व शिक्षा अभियान टीकमगढ़।
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