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जिले में ६० हजार से अधिक बढ़ी शिक्षित बेरोजगारों की संख्या

locationटीकमगढ़Published: Aug 04, 2020 07:12:12 pm

Submitted by:

akhilesh lodhi

.कोरोना काल के कारण रोजगार वाले युवाओं को भी बेरोजगार होना पड़ा। जिसका आंकड़ा तो सामने नहीं आया।

Educated youth in every fourth house, not getting employment

Educated youth in every fourth house, not getting employment


टीकमगढ़.कोरोना काल के कारण रोजगार वाले युवाओं को भी बेरोजगार होना पड़ा। जिसका आंकड़ा तो सामने नहीं आया। लेकिन बरोजगारी हर जगह दिखाई रही है। यह बेरोजगारी अशिक्षित लोगों की नहीं है। यह बेरोजगारी शिक्षित युवाओं की दिखाई दे रही है। वहीं जिले में रोजगार के कोई पुख्ता साधन भी नहीं है। जिसके कारण आज शिक्षित बेरोजगारों की संख्या दो साल में ३० हजार के पार पहुंच गई है। इस स्थिति में उनके लिए रोजगार मेला भी नहीं लगा सकते। जहां संक्रमण का भय भी सता रहा है।
जिले में रोजगार के साधन नहीं होने के कारण शिक्षित युवाओं की बेरोजगारी सामने दिख रही है। यहां हर वर्ष बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है। इसमें सरकारी आंकड़े खुद ब्यां कर रहे है कि जिले में ६० हजार से अधिक युवा शिक्षित बेरोजगार बैठे है। जहां युवाओं को रोजगार देने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार प्रयासरत है। हर तीसरे घर में एक बेरोजगार है। वहीं चौथे घर में एक शिक्षित युवा बेरोजगार बैठा है। इस अनुमान के अनुसार जिले में शिक्षित युवा हजारों और अशिक्षित युवा रोजगार का इंतजार रहे रहे है।
बेरोजगारों की बढ़ी संख्या
जिले में बेरोजगारी सबसे बड़ी समस्या बनती जा रही है। रोजगार की कमी के कारण युवाओं को रोजगार मुहैैया नहीं हो पा रहा है। रोजगार केंद्र में पंजीकरण कराने वालों की संख्या में दो साल की आपेक्षा में १५ हजार से अधिक का तेजी से इजाफ ा हुआ है। लेकिन उनको रोजगारर नहीं मिला है। युवाओं को रोजगार देने के लिए पिछले वर्ष रोजगार मेला लगाया गया था। लेकिन उनमें कुछ ही लोगों को रोजगार मिल पाया है। लेकिन कोरोना काल के कारण वह भी बेरोजगार हो गए है।
युवाओं ने किया अपने दर्द को ब्यां
समर्रा के चंद्रभान सिंह, हदयनगर से दिनेश सिंह राजपूत, बनयानी से देवेंद्र कुमार, महाराजपुरा निवासी संतोष यादव, बालाराम, यादव, कुण्डेश्वर रोड़ परमलाल कुशवाहा ने बताया कि रोजगार के चक्कर में स्न्नातकोत्तर के बाद अन्य डिग्ररियों को पूर्ण कर लिया है। इसके बाद भी रोजगार पाने के लिए महानगरों सहित अन्य शहरों में भटक रहे है। युवाओंं का कहना है कि जिले में कई जगहों पर कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्रों को संचालित किए गए थे। लेकिन उन केंद्रोंं से शिक्षित बेरोजगार युवाओं को कोई लाभ नहीं मिला है। न ही जिम्मेदार बेरोजगार युवा रोजगार देने की बात की जा रही है।

पढे लिखे युवाओं के लिए बने कानून
कई संगठनों द्वारा सरकार से मांग की गई कि जैसे मनरेगा का कानून बनाया है। वैसे ही शिक्षित बेरोजगारों के लिए शिक्षित युवा गारंटी कानून बनाया जाएगा। जिला में युवा बड़ी-बड़ी डिग्री लेकर घूम रहे है। लेकिन रोजगार नहीं मिल रहा है।
पिछले वर्षो में जिम्मेदारों ने नहीं दिया गया प्रशिक्षण
युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा जगह-जगहों पर कौशल प्रशिक्षण केंद्रों को खुलवाया गया है। लेकिन उसका लाभ जमीनी स्तर पर नहीं दिखा। कई योजनाओं के तहत प्रशिक्षण भी दिए गए। लेकिन हजारों शिक्षित युवाओं को रोजगार का अवसर नहीं दिया गया है।
ऐसे बड़ी शिक्षित बेरोजगारों की संख्या
शिक्षित युवाओं बेरोजगारों ने रोजगार के चक्कर में १०वीं, १२वीं, बीए, एमए में जितनी बार नौकरी के लिए जगह निकली उतनी बार उन्होंने पंजीयन करा लिए। जिसके कारण पंजीयन कर्ताओंं की संख्या का आंकड़ा बढ़ा।
श्रम विभाग में भी हो चुके है प्रवासियों के पंजीयन
श्रम विभाग में प्रवासी मजदूरों के पंजीयन २१ मई से ६ जून तक किए गए है। इसके बाद पोर्टल बंद हो गया है। निवाडी जिले में ७ हजार ५८० प्रवासियों का पंजीयन हो गया है। जिसमें १११ प्रवासियों को निर्माण कम्पनियों ने कार्य के लिए ले लिया है। इसके साथ ही टीकमगढ़ में २४ हजार ३६५ पंजीयन किया गया है। जिन्हें योजनाओं को तहत रोजगार दिया जाएगा।
फैक्ट फाइल
रोजगार कार्यालय में कुल दर्ज रोजगार – ६०352
तीन सालों में कुल रोजगार मेला – ११
इनका कहना
कोरोना काल के कारण स्थिति ठीक नहीं है। बेरोजगारी बढ़ रही है यह सत्य है। शासन के नियम अनुसार रोजगार मेला आयोजित किए जाएगें। इसके साथ ही पढ़ लिखे युवाओं को भी रोजगार दिया जाएगा।
एलपी लडईया प्रभारी जिला रोजगारी अधिकारी टीकमगढ़।
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