पढे लिखे युवाओं के लिए बने कानून
कई संगठनों द्वारा सरकार से मांग की गई कि जैसे मनरेगा का कानून बनाया है। वैसे ही शिक्षित बेरोजगारों के लिए शिक्षित युवा गारंटी कानून बनाया जाएगा। जिला में युवा बड़ी-बड़ी डिग्री लेकर घूम रहे है। लेकिन रोजगार नहीं मिल रहा है।
पिछले वर्षो में जिम्मेदारों ने नहीं दिया गया प्रशिक्षण
युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा जगह-जगहों पर कौशल प्रशिक्षण केंद्रों को खुलवाया गया है। लेकिन उसका लाभ जमीनी स्तर पर नहीं दिखा। कई योजनाओं के तहत प्रशिक्षण भी दिए गए। लेकिन हजारों शिक्षित युवाओं को रोजगार का अवसर नहीं दिया गया है।
ऐसे बड़ी शिक्षित बेरोजगारों की संख्या
शिक्षित युवाओं बेरोजगारों ने रोजगार के चक्कर में १०वीं, १२वीं, बीए, एमए में जितनी बार नौकरी के लिए जगह निकली उतनी बार उन्होंने पंजीयन करा लिए। जिसके कारण पंजीयन कर्ताओंं की संख्या का आंकड़ा बढ़ा।
श्रम विभाग में भी हो चुके है प्रवासियों के पंजीयन
श्रम विभाग में प्रवासी मजदूरों के पंजीयन २१ मई से ६ जून तक किए गए है। इसके बाद पोर्टल बंद हो गया है। निवाडी जिले में ७ हजार ५८० प्रवासियों का पंजीयन हो गया है। जिसमें १११ प्रवासियों को निर्माण कम्पनियों ने कार्य के लिए ले लिया है। इसके साथ ही टीकमगढ़ में २४ हजार ३६५ पंजीयन किया गया है। जिन्हें योजनाओं को तहत रोजगार दिया जाएगा।
फैक्ट फाइल
रोजगार कार्यालय में कुल दर्ज रोजगार – ६०352
तीन सालों में कुल रोजगार मेला – ११
इनका कहना
कोरोना काल के कारण स्थिति ठीक नहीं है। बेरोजगारी बढ़ रही है यह सत्य है। शासन के नियम अनुसार रोजगार मेला आयोजित किए जाएगें। इसके साथ ही पढ़ लिखे युवाओं को भी रोजगार दिया जाएगा।
एलपी लडईया प्रभारी जिला रोजगारी अधिकारी टीकमगढ़।