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१० गांवों को चिन्हित करके 8 हजार लोगों की करेंगे जांच

locationटीकमगढ़Published: Jun 29, 2022 08:34:12 pm

Submitted by:

akhilesh lodhi

प्री मानसून के बाद बारिश की संभावना बनी हुई है। नगरपालिका के साथ ग्रामीण पंचायतों में गंदगी के स्थान बने। जहां का गंदा पानी निकल नहीं पा रहा है। उसमें हानिकारक कीटाणुओं का पनपना शुरु हो गया है।

Emphasis will be given on Malaria, Dengue, Chikungunya and Filariasis

Emphasis will be given on Malaria, Dengue, Chikungunya and Filariasis

टीकमगढ़. प्री मानसून के बाद बारिश की संभावना बनी हुई है। नगरपालिका के साथ ग्रामीण पंचायतों में गंदगी के स्थान बने। जहां का गंदा पानी निकल नहीं पा रहा है। उसमें हानिकारक कीटाणुओं का पनपना शुरु हो गया है। उसको खत्म करने के लिए मलेरिया विभाग ने १० गांवों को चिन्हित कर लिया है। जिसमें 8 हजार लोगों की जांच की जाएगी। उसके बाद गंभीर मरीजों का उपचार किया जाएगा। हालांकि विभाग ने मई और जून में १7 हजार ३०० जांचे कर ली है।
जिले में डेंगू और मलेरिया ने पैर पसार लिया था। उसमें हजारों की संख्या में मरीजों के आंकड़े दिखाई देने लगे थे। यह आंकड़े गंदगी में पनप रहे कीटाणुओं के कारण हो रहे है। वह स्थिति दोवारा दिखाई नहीं दे। उसके लिए मलेरिया विभाग द्वारा दोनों जिलों के लिए टीम का गठन किया है। चुनाव बाद चिन्हित किए गए गांवों में चौपाले लगाई जाएगी। गंदगी से बचने के लिए लोगों को जागरुक किया जाएगा। जिससे बीमारियों को दूर किया जा सके।
१० गांव को करेंगे चिन्हित
मलेरिया अधिकारी का कहना था कि टीकमगढ़ और निवाड़ी जिले में टीमों का गठन किया जाएगा। उन जिलों में १० गांवों को चिन्हित किया जाएगा। दोनों जिलों में 8 हजार जांच की जाएगी। टीकमगढ़ में ४ हजार और निवाड़ी ४ हजार जांचों के लिए टीम बनाई जाएगी। उनका कहना था कि अन्य जिलों में मामले निकलने लगे है। जिसका डर जिले वासियों को सताने लगा है।

१7 हजार ३०० मलेरिया की हुई जांच
उनका कहना था कि मई और जून की निवाड़ी और टीकमगढ़ जिले में १7 हजार ३०० जांच मलेरिया की हो गई है। साथ ही कुछ ही फाइलेरिया की १५० के साथ चिकनगुनियां की जांचे की गई है। चुनाव के बाद जांचों की संख्या बढ़ा दी जाएगी। मोहल्लों में फैली गंदगी को खत्म करने के लिए स्थानीय लोगों को जागरुक किया जाएगा। जिससे आगामी समय में बीमारियों का सामना नहीं करना पड़े।
नगरपालिका के साथ गांव में बीमारी फैलने का डर
नगरपालिका, नगरपरिषदों के साथ बड़ी ग्राम पंचायतों में गंदगाी आलम बना हुआ है। उस गंदे पानी की निकासी के लिए कोई जगह भी नहीं मिल रही है। जिसके कारण उसमें कई प्रकार के कीटाणु पनप रहे है। मामले की शिकायत नगरपालिका, ग्राम पंचायतों के साथ जनपद पंचायतों में की गई है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। नगरपालिका टीकमगढ़ के मोटे का मोहल्ला, केशव कॉलोनी, ढोंगा, बानपुर दरवाजा, शक्ति टॉकीज, किले के पीछे, जेल के सामने, ईदगाह के सामने गंदा पानी भरा हुआ है।
इनका कहना
अभी हाल में दोनों में मलेरिया, फाइलेरिया, चिकनगुनियां और डेंगू के मरीज नहीं आ रहे है। लेकिन अन्य शहरों में मामले सामने आने लगे है। जिसको लेकर विभाग ने तैयारियां शुरु कर दी है। नगरपालिका और ग्राम पंचायतों में भरे गंदे पानी को निकालने के लिए जागरू क किया जाएगा। जिससे जिला खतरों से दूरी बना सके।
हरीमोहन रावत मलेरिया अधिकारी टीकमगढ़।
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