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रोजगार का संकट, किसान कर रहे हैं थ्रेसिंग

locationटीकमगढ़Published: Apr 02, 2020 02:05:04 pm

Submitted by:

Sanket Shrivastava

खेती-किसानी

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आफत की बारिश: ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान

टीकमगढ़. कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए जारी लॉकडाउन में शहर के सैकड़ों लोगों के रोजगार छिन गए हैं। गांवों-कस्बों में भी लगभग कार्य ठप हैं। ऐसे में किसानों को खेतों में पकी गेहूं की फसल काटने की चिंता सताने लगी है। शहर के ढोंगा स्थित नूतन विहार कॉलोनी के निकट एक खेत में किसान खेतों में लगी गेहूं की फसल की कटाई कर खेत में ट्रैक्टर से थ्रेसिंग कर गेहूं निकाला। गौरतलब है कि बुंदेलखंड में लगभग एक दशक तक मानसून की बेरुखी और गत वर्ष अतिवृष्टि व ओलावृष्टि के बाद किसानों को काफी आर्थिक नुकसान हुआ था। ऐसे में इस बार किसान कोई जोखिम नहीं लेना चाहते। किसान समय रहते खेतों में तैयार फसल की कटाई कर अनाज अपने घर सुरक्षित रख लेना चाहते हैं।
बिजली कटौती से प्रभावित हो रहा काम
लुहरगुवां/बम्हौरीकलां. पृथ्वीपुर के जैरोन सब स्टेशन लुहरगुवां और जतारा बम्हौरीकलां में बिजली की अवैध कटौती की जा रही है। जिस कारण खेती के काम भी प्रभावित हो रहे हैं। लुहरगुवां निवासी पुष्पेंद्र कुशवाहा, पवन केवट, जमना कुशवाहा, राकेश बुनकर ने बताया कि जैरोन सबस्टेशन ने बिजली सप्लाई की जाती है। लेकिन लाइनमैन के साथ अन्य कर्मचारियों द्वारा गांव की सप्लाई काकवनी फीडर से करीब १२ दिनों से अवैध बिजली कटौती की जा रही है। जिसके ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बम्हौरीकलां गांव के साथ अन्य गांवों की बिजली कटौती की जा रही है। यह सिलिसिला महीनों से चल रहा है। जिसमें बिजली कर्मचारियों की मनमानी के चलते लोगों को समस्या का समाना करना पड़ रहा है। जबकि उपभोक्ताओं द्वारा बिजली की अवैध कटौती को बंद करने के लिए कम्पनी के बरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत भी कर चुके हैं।

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