गुखरई और मलगुवां के हाल बेहाल
बल्देवगढ़ क्षेत्र के गुखरई, इमलाना, गुखरई, बनयानी, गौरा के साथ सिजौरा गांव में पेयजल समस्या उत्पन्न हो गई है। सिजौरा में मुख्यमंत्री योजना के तहत पानी की टंकी और घर-घर नल कनेक्शन दिए गए थे। लेकिन आधे गांव से कम लोगों को ही पेयजल उपलब्ध हो पा रहा है। सिजौरा निवासी धूराम लोधी और मनोज अहिरवार का कहना था कि एक साल से पेयजल व्यवस्था खस्ताहाल पड़ी है। शिकायतें भी की गई, लेकिन सुधार के नाम पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
इन गांवो में ग्राम पंचायत की लापरवाही से बंद पड़ी योजनाएं
जिले की ग्राम पंचायत बौरी, दरी, राधेपुर, अजनौर, समर्रा, कुडीला, पथरगुवां, मनपसार, सिजौरा, कडराई, लखेरी, खरों, राजनगर, बनयानी, गुना, गौरा के साथ कई ग्राम पंचायतों की मुख्यमंत्री नलजल योजनाएं बंद पड़ी है। वह चालू थी, लेकिन ग्राम पंचायत की लापरवाही से बंद हो गई है। उन्हें चालू कराने के लिए क्षेत्रीय अधिकारियों से लेकर कलेक्टर और सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत कर चुके है। लेकिन मामले को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
इनका कहना
अभी में फील्ड पर हूं। पीएचई की योजनाओं को ग्राम पंचायतों को सौंप दिया है। उनकी देखरेख में पेयजल व्यवस्थाएं संचालित की जा रही है। जहां की व्यवस्थाएं खराब है, ग्राम पंचायत जानकारी दे। उसके बाद व्यवस्थाओं का सुधार किया जाएगा। जिन जिन योजनाओं में सरपंचों और सचिवों की लापरवाही हो रही उनकी सूची तैयार करके कार्रवाई के लिए कलेक्टर को सौंपी जाएगी।
एसपी सिंह प्रभारी ईई पीएचई टीकमगढ़ निवाड़ी।