हमसे क्या भूल हुई…: उन्होंने जनता से कहा कि हमसे क्या भूल हुई जो ये सजा हमकों मिली। कुछ नही आप 2 लाख की कर्ज माफी के झांसे में आ गए थे। उन्होंने कर्जमाफी पर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राहुल बाबा अंगुलियों पर गिना कर कहते थे कि हमारी सरकार आते ही 10 दिन में कर्जा माफ होगा, नही तो मुख्यमंत्री बदल दूंगा। राहुल बाबा अब तक तो आपके 10 मुख्यमंत्री बदल जाने चाहिए थे। वहीं उन्होंने कर्जमाफी पर कमलनाथ पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कमलनाथ इंतजार में थे कि कब आचार संहिता लगे और वह कर्जमाफी के वादे से बच सकें। शाम को 5 बजे आचार संहिता लगी और दोपहर से कमलनाथ मैसेज करने लगे थे कि आचार संहिता के कारण कर्जमाफी नही हो सकेगी। उन्होंने कहा कि किसानों पर 48 हजार करोड़ का कर्ज है। कमलनाथ ने 5 हजार करोड़ का प्रावधान किया है और 2.5 हजार करोड़ ही बैंकों को दिए है। उन्होंने बेरोजगारी भत्ता और रोजगार के वादे पर कहा कि वह युवाओं को ढोल बजाने का रोजगार तलाश कर लाए है।
पैसा ला, ऑर्डर ले जा: वहीं शिवराज ने ट्रांसफर को लेकर भी कमलनाथ सरकार पर हमला किया कि प्रदेश की कानून व्यवस्था चौपट है। चित्रकूट के अपहरण कांड का हवाला देते हुए कहा कि उनकी सरकार आते ही प्रदेश से डाकूओं का सफाया कर दिया था। यह घटना उनके समय में होती तो उन्हें नींद नही आती। लेकिन कमलनाथ और पूरी सरकार सोती रही। उन्होंने प्रदेश में हो रहे ट्रांसफर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस की सरकार में हर चीज बिकती है। ट्रांसफर के रेत तय है। पैसे ला और आर्डन ले जा, यही कमलनाथ सरकार का लॉ एण्ड ऑडर है।
सारे भ्रष्टाचारी साथ हो गए है: शिवराज ने लोगों से कहा कि अब वह चूक न करें। एक श्रेष्ठ भारत के लिए नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाए। मोदी को हटाने के लिए सभी भ्रष्टाचारी दल एक हो गए है। यह महागठबंधन ही ठगबंधन है। उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन पर चुटकी लेते हुए कहा कि बुआ और बबुआ एक हो गए है। यह बिना दुल्हे की बारात है। गठबंधन में प्रधानमंत्री को आवाज लगाओं तो 20 लोग खड़े हो जाते है। उन्होंने इस पर चुटकी लेते हुए कहा कि यदि इनकी सरकार बन गई तो सोमवार को माया, मंगलवार को अखिलेश, बुधवार को चंद्रबाबू, गुरूवार को ममता, शुक्रवार को देवगौड़ा, शनिवार को राहुल और रविवार को छुट्टी।
बड़ी देर भई नंदलाला: कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी के पृथ्वीपुर से विधायक के उम्मीदवार रहे शिशुपाल यादव ने भाजपा की सदस्यता ली। इसके साथ ही जतारा के कांग्रेस नेता अमृतलाल चौबे भी ने भी भाजपा ज्वाईन की। शिशुपाल यादव की सदस्यता पर पूर्व सीएम ने कहा कि बड़ी देर भई नंदलाला। यदि यह काम उन्होंने कुछ समय पहले किया होता जो जिले की पंाचों सीटें उनके पास होती।