script9 करोड़ से अधिक राशि खर्च करके किसानों को करनी होगी रबी की बोवनी | Farmers must spend Rs 9 crore more on Rabi | Patrika News

9 करोड़ से अधिक राशि खर्च करके किसानों को करनी होगी रबी की बोवनी

locationटीकमगढ़Published: Oct 01, 2018 10:56:35 am

Submitted by:

anil rawat

सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाने हर सभाओं में एलान कर रही है।

Farmers must spend Rs 9 crore more on Rabi

Farmers must spend Rs 9 crore more on Rabi

टीकमगढ़.सरकार खेती को लाभ का धंधा बनाने हर सभाओं में एलान कर रही है। लेकिन बढ़ती महंगाई को देखते हुए किसान परेशान है। हर वर्ष रबी और खरीफ की फसल में नुकसान हो रहा है। लेकिन डीजल के बढ़ते दामों को देखते हुए किसान चिंता में है। पछिले वर्ष सितम्बर माह में डीजल के दाम 65.38 रुपए थे। इस बार बढ़कर 79.35 रुपए हो गए है। एक साल में डीजल की बढ़ोत्तरी 13.97 रुपए बढाई गई है। 6 लाख 25 हजार 100 एकड़ में एक बार की जुताई का खर्च इस बार 3 करोड़ से अधिक आएगा। जिसको लेकर किसानों को चिंता बढ़ गई है। रबी की बोवनी दो जुताई करके तीसरी जुताई में बोवनी करने से फसल से अच्छा लाभ होने की बात किसानों द्वारा की जा रही है। जहां किसानों को 9 करोड़ से अधिक का खर्चा उठाना पड़ेगा।
जिले में 14 लाख से अधिक आबादी हो गई है। जिसका कुल भूगोल 5 लाख 4 हजार हेक्टेयर है। इसके साथ ही 6 लाख 25 हजार 100 एकड़ में रबी की बोवनी ट्रेक्टर हेरो और कंटीमेटर के साथ सीलडर से की जाएगी। जिसमें किसानों को डीजल की ही जरूरत पड़ेगी। पिछले वर्ष सितम्बर माह में डीजल के दाम 65.38 रुपए थे। इस बार बढ़कर 79.35 रुपए हो गए है। एक साल में डीजल की बढ़ोत्तरी 13.97 रुपए का इजाफा हुआ है। इस बार किसानों को रबी की खेती में 17 करोड़ 36 लाख 5 हजार 897 रुपए 5 पैसे का डीजल 21 लाख 87 हजार 850 लीटर खरीद कर एक बार की जुताई में जलाना होगा। इसके साथ ही पिछले वर्ष 14 करोड़ 30 लाख 41 हजार 633 रुपए में एक बार की जुताई की गई थी।लेकिन इस वर्ष बढ़ती महंगाई को देखते हुए ३ करोड़ 56 लाख 4 हजार 264 रुपए 5 पैसे को अधिक रुपए खर्च करके जुताई करनी होगी। जहां किसानों की चिंता बढ़ गई है।
3 करोड़ खर्च करके खर्च क रके होगी एक बार की जुताई
रबी की बोवनी करने के लिए किसानों को तीन जुताई करनी पड़ती है। जिसके कारण रबी की खेती में सुधार आएगा। बढ़ते डीजल के दाम 79.35 रुपए का डीजल खरीद कर किसानों को तीसरी जुताई में रबी की खेती को को करना होगा। जिसमें पहली जुताई में डीजल का खर्चा ३ करोड़ 56 लाख 4 हजार 264 रुपए 5 पैसे और तीसरी जुताईं का खर्चा 9 करोड़ 16 लाख 92 हजार 793 रुपए 5 पैसे का उठाना होगा।

हर साल घट रहे फसल के दाम,बड़ रही महंगाई
किसान रामदीन लोधी,बोरी निवासी रामचरण यादव, छोटेलाल यादव,हरपुरा निवासी रामेश्वर लोधी, मानिकपुरा निवासी राधे ेलोधी,सांतखेरा निवासी पप्पू लोधी, सिलामिती निवासी गोर्वधन राजपूत और केनवार निवासी विजय यादव ने बताया कि हर वर्ष खरीफ और रबी की फसल में प्राकृतिक आपदा के कारण नुकसान हो रहा है। करीब 4 वर्षो से किसानों को भारी नुकसान हो रहा है। वहीं बढ़ते डीजल के दाम और घटते फसल के भाव से किसान चिंता में है। किसानों का कहना है कि जब महंगाई थोड़ी कम थी तो उड़द 10 हजार तक क्विांटल बिक गया है। अब डीजल के दाम 80 रुपए प्रतिलीटर के करीब है। तो उड़द के दाम 22 रुपए लेकर 32 सौ रुपए प्रति क्विांटल मंडी में नीलाम हो रहे है। जिसके कारण महंगाई का असर किसानों को पड़ा है।
फैक्ट फायल
जिले का कुल भूगोल – 5 लाख 4000 हेक्टेयर
जिले में रबी की फसल का कुल रकबा – 6 लाख 25 हजार 100 एकड़
पिछले वर्ष डीजल के दाम – 65.38 रुपए
बर्तमान में डीजल के दाम – 79.35 रुपए
डीजल की कुल खपत – २१८७८५० लीटर
पिछले वर्ष किसानों द्वारा खरीदा गया कुल डीजल – 14 करोड़ 30 लाख 41 हजार 633 रुपए
बर्तमान में किसानों द्वारा पहली जुताई के लिए खरीदा जाएगा डीजल – 17 करोड़ 36 लाख 5 हजार 897 रुपए 5 पैस
पहली जुताई में किसानों द्वारा किया जाएगा डीजल में खर्च रुपए – ३ करोड़ 56 लाख 4 हजार 264 रुपए 5 पैस
तीन जुताई मेें किसानों द्वारा किया जाएगा डीजल में खर्च रुपए – 9 करोड़ 16 लाख 92 हजार 793 रुपए 5 पैसे
इनका कहना
हर माह डीजल के दाम बढऩे के कारण किसान परेशान है। इसके साथ ही खरीफ की फसल के भाव कम है। इससे अतिरिक्त बोझ किसानों की जेब पर पड़ेगा। केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियां किसान विरोधी है।
अभय रिंकू भदौरा जिलाध्यक्ष किसान कॉग्रेस टीकमगढ़।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो