5 बहिनों का अकेला भाई था आभाष: इस घटना में मृत हुए आभाष, अपनी पांच बहिनों का अकेला भाई थी। आभाष की मौत के बाद इन बहिनों का भी हाल बेहाल था। इस हृदय विदारक घटना के बाद हर कोई भगवान से भी यही पूछ रहा था कि आखिर यह तेरा कैसा न्याय है। यह घटना अपने पीछे अनेक ऐसे दंश छोड़ गई है, जो शायद ही जिंदगी में भर पाए।
आंखों में कटी रात: घटना के बाद गांव के कुछ लोग जहां जिला अस्पताल के बाहर ही रूके थे, वहीं पूरा गांव इन चारों बच्चों के घरों में बैठा रहा। कोई किसी से कुछ नही बोल रहा था, मन में हजार सवाल थे, लेकिन सब मौन थे। रात थी कि कटने का नाम ही नही ले रही थी। जैसे-तैसे लोगों ने रात गुजारी और सुबह होने पर बच्चों के शव आने का इंतजार करते रहे। पूरी रात गांव में किसी के यहां खाना नही बना।
अवैध खनन बना कारण: तालाब में डूबे इन बच्चों की मौत का कारण तालाब में गहरीकरण के नाम पर हुए अवैध एवं अनियंत्रित खनन को बताया जा रहा है। विदित हो कि पिछले कई वर्षों से लगातार पड़े सूखे के कारण कई बार इस तालाब में गहरीकरण के नाम पर खनन किया गया है। गहरीकरण के नाम पर मुरम का कारोबार करने वाले लोगों द्वारा अनियंत्रित तरीके से तालाब को अपनी मनमर्जी से खोदा गया है। इसी खुदाई के कारण तालाब के किनारों पर जहां-तहां बड़े-बड़े गड्डे कर दिए गए है। यह गड्डे की इन बच्चों के डूबने का कारण बने है।
सभी पहुंचे अंतिम संस्कार में: घटना की जानकारी होने पर केन्द्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार, विधायक अनीता नायक, पूर्व विधायक बृजेन्द्र सिंह राठौर, भाजपा जिलाध्यक्ष अभय प्रताप सिंह यादव, रमन पस्तोर, टीकमगढ़ मंडी अध्यक्ष सूर्यप्रकाश मिश्रा, भाजपा नेता अनिल पाण्डे, ओपी दीक्षित, रूपेश तिवारी बंटी, राकेश शर्मा सहित क्षेत्र के अनेक जनप्रतिनिधि अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पहुंचे।