स्थानीय लोगों ने बताया कि वर्ष २००८ के करीब कटरा बाजार के रिहायशी क्षेत्र में बने गोदाम में आग लग गई थी। उसके बाद जवाहर चौराहा के कपड़े के दुकान, राजमहल रोड प्लास्टिक के गोदाम, कोतवाली के पास और अगस्त २०२४ में नगर भवन के सामने कपड़े के शोरूम में आग लग गई थी। जिसमें जनहानि के साथ धन हानि का सामना करना पड़ा था। उसके बाद भी दुकानदार और व्यवसाई सुरक्षा में ध्यान नहीं दे रहे है।
शहर में संचालित शोरूम और दुकानों में अग्नि सुरक्षा के लिए आदेश जारी किए गए थे और नगरपालिका और नगरपरिषदों से फायर सेफ्टी को लेकर प्रमाण पत्र लेना था। यहां तक नगरपालिका और प्रशासन द्वारा सुरक्षा को लेकर कोई पहल नहीं की गई है। जिसको लेकर ९९ फीसदी दुकानें और शोरूम बगैर अग्नि सुरक्षा के संचालित हो रहे है।
अभी मीटिंग में हूं और मीटिंग सबसे ज्यादा जरूरी है।
ज्योति सुनहरे सीएमओ, नगरपालिका टीकमगढ़। फायर सेफ्टी के लिए कलेक्टर की अध्यक्षता में समिति बनाई गई थी। उसमें सीएमओ और एसडीएम भी शामिल है। सुरक्षा को लेकर जल्द ही सर्व कराया जाएगा। जिससे दुकानों, शोरूमों के साथ शहर की सुरक्षा बनी रहे। जहां अग्नि सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं है तो नोटिस कार्रवाई की जाएगी।
विजय सोनी, प्रभारी फायर सेफ्टी नगरपालिका टीकमगढ़।