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टेंडर के बाद बदले कुटेशन, क्रय प्रक्रिया भी बदली

locationटीकमगढ़Published: Feb 05, 2019 06:25:17 pm

Submitted by:

anil rawat

विभाग के पास भी पहुंच रही शिकायतें, अधिकारी बोले करेंगे जांच

Garbage in uniform

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टीकमगढ़. बच्चों के मध्यान्ह भोजन के बाद अब गणवेश में भी फर्जीवाड़ा का मामला सामने आ रहा है। समूहों के नाम पर कुछ ठेकेदारों ने इस पूरी प्रक्रिया को अपने अधीन कर गणवेश का वितरण कर दिया है। इसके लिए टेंडर होने के बाद न केवल कुटेशन बदले गए है, बल्कि समूहों द्वारा तय की गई पूरी क्रय प्रक्रिया को भी बदल दिया गया है। इस मामले में विभाग ने अब जांच कराकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
इस बार सरकार ने बच्चों को मिलने वाली गणवेश का काम मप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन को सौंपा था। इसके तहत समूहों को यह पूरा काम करना था। सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिलने वाली गणवेश से समूह की महिलाओं को काम देकर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने की शासन की यह योजना फर्जीवाड़ा की भेंट चढ़ती दिखाई दे रही है। इस पूरी प्रक्रिया को समूहों के द्वारा किया जाना था, लेकिन बीच में कुछ बीचौलियों ने इस पूरी प्रक्रिया को अपने अधीन कर मनमर्जी से काम किया है। गणवेश के इस काम में हुए इस फर्जीवाड़े की जानकारी विभाग के भी कुछ अधिकारियों को है और इसे लेकर काफी चर्चाएं भी की जा रही है।
बदल दी प्रक्रिया: शासन की इस योजना के तहत आजीविका मिशन के महिला समूहों को ही पूरी प्रक्रिया करनी थी। इसके तहत जतारा विकासखण्ड के दिगौड़ा के नव ज्योति सीएफएल ने पूरी प्रक्रिया करने के बाद दुकानों से आए कुटेशन के आधार पर अपनी प्रक्रिया मेल के द्वारा विभाग को भेजी थी। नवज्योति सीएफएल द्वारा यह प्रक्रिया 28 अगस्त 2018 को मेल से भेजी गई थी। लेकिन बाद में विभाग को जो पूरी प्रक्रिया और कार्ययोजना भेजी गई, वह पूरी तरह से बदली हुई थी। मेल पर भेजे गए कुटेशन, क्रय प्रक्रिया, क्रय समिति के साथ ही सब कुछ बदला हुआ था। इन दोनों प्रक्रियाओं को देखकर आसानी से अंदाजा लगया जा सकता है कि इसमें छेड़छाड़ की गई है।

एक शिक्षक कर रह सप्लाई: इस मामले में विभागीय सूत्रों की माने तो गणवेश वितरण का यह काम शिक्षा विभाग में पदस्थ एक शिक्षक द्वारा किया जा रहा है। उसके द्वारा अपने दिव्यांग भाई के नाम पर एक फर्म बनाकर पूरा काम किया जा रहा है। विभागीय सूत्रों की माने तो उसका भाई यह काम नही कर सकता है। सूत्र यह भी बताते है कि शिक्षक द्वारा ही यह पूरा काम किया जा रहा है। इसे लेकर कुछ स्थानों पर आपत्ति भी दर्ज कराई गई, लेकिन कुछ नही हुआ।
हो रही गड़बडिय़ां: इस प्रक्रिया को बदलने के कारण जिले में कई जगहों पर गड़बडिय़ां सामने आ रही है। इस ठेकेदार के द्वारा यह प्रक्रिया बाधित की गई है, उसके द्वारा तीन विकासखण्डों में काम किया जा रहा है। इसके साथ ही उसने कुछ अन्य विकासखण्डों के समूहों को बीच में ही गणवेश देने के लिए तैयार कर लिया है। इससे कई जगहों पर विवाद की स्थिति निर्मित हो रही है। इसे लेकर विभाग में भी शिकायतें आ रही है।
कहते है अधिकारी: निवाड़ी से भुगतान एवं गणवेश की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें आई है। गुणवत्ता के लिए हमने दी गई गणवेश को बुरहानपुर की प्रयोगशाला में भेज कर उसका परीक्षण कराया है। मेल पर भेजी गई क्रय प्रक्रिया मेरे आने के पहले की है। इसे बदलने की जानकारी भी मुझे प्राप्त हुई है। इसकी मैं स्वयं जांच करुंगी। जांच में यदि यह सही पाया जाता है, तो कार्रवाई की जाएगी।- अपर्णा सौनकिया पाण्डे, डीपीएम, राज्य आजीविका मिशन, टीकमगढ़।

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