वैसे तो नगरपालिका के द्वारा किसी भी आम नागरिक की जमीन का नामांतरण करने पर रेन वाटर सिस्टम के नाम पर जुर्माने की राशि जमा करा ली जाती है। लेकिन खुद नगर पालिका कार्यालय में भी रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का कोई इंतजाम नहीं दिखा। कार्यालय की छत से बारिश का पानी निकासी के लिए डाली गई पाइप से पानी बहकर परिसर में चला जाता है। पानी सहेजने का कोई इंतजाम नहीं है। इस कार्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों ने भी परिसर में रेन वाटर रिचार्जिंग सिस्टम नहीं लगवाया है।
जिला संयुक्त कार्यालय में जिले के करीब सभी विभाग के कार्यालय बने हुए हैं। इन्हीं कार्यालयों में कलेक्टर से लेकर जिले के आला अधिकारी बैठते हैं और जिले के विकास की योजना बनाते हैं। लेकिन यहां भी वर्षा जल संरक्षण की योजना ताक पर ही नजर आई। संयुक्त कार्यालय के दूसरे दरवाजे के ऊ पर बारिश के पानी की निकासी के लिए रास्ता बना हुआ है। यह रास्ता रेन वाटर रिचार्चिंग में नहीं जाकर, सडक़ पर जाता है। इससे सरकारी अधिकारी अनजान नहीं हैं।
नगर के जिम्मेदार विभाग नगर पालिका कार्यालय, पीडब्ल्यूडी कार्यालय, जिला पंचायत कार्यालय, जनपद पंचायत कार्यालय, एसडीएम कार्यालय, तहसील कार्यालय, संयुक्त कार्यालय, खनिज विभाग सहित कई कार्यालयों में वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था नहीं है।
प्रियंका दास, कलेक्टर, टीकमगढ़