मंहगाई ने तोड़ दी मध्यान्ह भोजन समूह संचालकों की कमर
टीकमगढ़Published: Jul 14, 2023 07:00:26 pm
महंगाई की मार ने स्कूलों में चलने वाले स्व सहायता समूह संचालकों की कमर तोड़ कर रख दी है। १५० रुपए किलो टमाटर, २५० रुपए किलो राजमा, १५० रुपए तेल और १५० रुपए किलो दाल ने मैन्यू को बदल दिया है। अब तो जिले के सैकड़ों प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में सब्जी की मात्रा घट गई है।


Green vegetables and tomatoes are not able to feed children, pulses also become expensive
टीकमगढ़. महंगाई की मार ने स्कूलों में चलने वाले स्व सहायता समूह संचालकों की कमर तोड़ कर रख दी है। १५० रुपए किलो टमाटर, २५० रुपए किलो राजमा, १५० रुपए तेल और १५० रुपए किलो दाल ने मैन्यू को बदल दिया है। अब तो जिले के सैकड़ों प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में सब्जी की मात्रा घट गई है। वहां पर सिर्फ आलू की सब्जी ही नजर आ रही है। जबकि रसोईयों की राशि अप्रेल से आज तक नहीं आई है।
शासन के निर्देश पर प्राथमिक विद्यालय के छात्र को एक दिन का ५.४५ पैसे और माध्यमिक विद्यालय के छात्र को ८.१७ पैसे का पोषण दिया जाता है लेकिन वह राशि इस महंगाई में काम नहीं आ रही है। जिसके कारण छात्रों को राजमा, दाल, पूडी, टमाटर का स्वाद नहीं मिल पा रहा है। उन्हें सिर्फ आलू की सब्जी में ही भोजन करना पड़ रहा है। महंगाई की वजह से भोजन का बजट बिगडता जा रहा है। एक तरफ सब्जी, तेल, मसाले के साथ अन्य खाद्य सामग्री की कीमतें ऊपर चढ़ रही हैं, वहीं दूसरी तरफ खाना पकाने में प्रयोग होने वाले रसोई गैस सिलेंडर के दामों में भी आग लग गई है।
शासन बच्चों पर ऐसे कर रहा खर्च
शासन और जिला प्रशासन द्वारा जिले के १६२९ प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों के छात्रों को दिन की खुराक अनुसार रुपए भेज रही है। प्राथमिक स्कूलों में प्रति बच्चे की दर से 5.45 रुपए और माध्यमिक स्कूल में 8.17 रुपए भुगतान कर रही है। सरकारी रिकॉर्ड अनुसार दोनों स्कूलों में १ लाख ४७ हजार ४१४ छात्र-छात्राएं दर्ज है। जिन्हें उपस्थिति अनुसार भोजन वितरण किया जा रहा है।