ग्राम नंदनवारा का डेम अब सिंचाई के साथ ही लोगों की प्यास भी बुझाएगा। यहां के लिए शासन द्वारा स्वीकृत की गई, समूह जल प्रदाय योजना का कार्य प्रारंभ कर दिया गया हैं। नंदनवारा समूह जल प्रदाय योजना के पूर्ण होने के साथ ही इस क्षेत्र के 81 गांव की पेयजल की समस्या का स्थाई निदान हो जाएगा। शासन ने इस योजना के लिए 83 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं। विभाग द्वारा योजना के लिए सर्वे का कार्य, ड्राइंग, डिजाइन का काम पूरा कर लिया गया हैं। इसके साथ ही जिन गांवों के बीच में टंकियां बननी हैं, वहां का मिट्टी परीक्षण का कार्य भी पूर्ण हो चुका हैं। ठेकेदार द्वारा जल्द ही इस योजना का कार्य प्रारंभ किया जाएगा।
बनेगी 22 टंकियां: योजना का कार्य देख रहे जल निगम के जीएम पीके सक्सेना ने बताया कि इस योजना में दो से तीन गांव के बीच में एक-एक टंकी का निर्माण किया जाएगा। यह टंकी उन गांवों की वर्तमान एवं 20 साल बाद की जनसंख्या के हिसाब से बनाई जाएगी। इस योजना के तहत 52 किलोमीटर की पाइप लाइन डालकर प्रत्येक गांव के हर घर में लोगों को कनेक्शन दिया जाएगा।
10 साल कंपनी करेगी मेंटेनेंस: जीएम सक्सेना ने बताया कि योजना के तहत इस पूरे प्रोजेक्ट को पहले 10 साल कंपनी द्वारा चलाया जाएगा। कंपनी द्वारा ही इसका पूरा मेंटेनेंस किया जाएगा। इसके बाद यह योजना विभाग के हैंडओवर की जाएगी। प्रारंभ के 10 वर्ष इसमें जो भी कमी या समस्याएं आएंगे, उसका सुधार कंपनी को ही करना होगा और प्रतिदिन पेयजल सप्लाई करनी होगी। उनका कहना था कि योजना की गुणवत्ता के लिए शासन ने इस प्रकार का अनुबंध ठेके में किया हैं।
प्रतिदिन लगेगा 157 लाख लीटर पानी: योजना में 81 गांव के 28160 घरों में नल कनेक्शन दिए जाएंगे। योजना में प्रतिदिन एक परिवार में 70 लीटर प्रति व्यक्ति के हिसाब से पानी सप्लाई किया जाएगा। इसके लिए आगामी 20 वर्ष में डेम से प्रतिदिन 157 लीटर पानी लिया जाएगा। जीएम सक्सेना का कहना हैं कि 157 लीटर पानी की आवश्यकता आगामी 20 में पड़ेगी। शुरूवात के दौर में तो कम पानी ही उपयोग किया जाएगा।
पहाड़ी पर बन रहा ट्रीटमेंट प्लांट: इसके लिए नंदनवारा डेम के पास ही पहाड़ी पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाया जा रहा हैं। इस प्लांट से पानी का शुद्धिकरण कर सप्लाई किया जाएगा। विभाग को पहले इस प्लांट का काम प्रारंभ कराना हैं, लेकिन यह जमीन वन परिक्षेत्र में आने से शासन के पास इसकी एनओसी की फायल भेजी गई हैं। वन विभाग ने एनओसी मिलने के साथ ही यह काम प्रारंभ करा दिया जाएगा।
लिया जाएगा शुल्क: योजना के तहत जिन घरों में नल कनेक्शन दिए जाएंगे, उनसे कनेक्शन चार्ज लिया जाएगा। जीएम सक्सेना ने बताया कि योजना के तहत बीपीएल परिवारों से 100 रुपए एवं एपीएल परिवारों से 500 रुपए कनेक्शन चार्ज लिया जाएगा। इसके साथ ही योजना के सफल संचालन के लिए गांव में पेयजल समिति बनाई जाएगी। यह समिति तय करेगी कि प्रत्येक घर से हर माह कितना चार्ज लिया जाए। परिवारों से लिए जाने वाले शुल्क से ही योजना का मेंटेनेंस किया जाएगा।
कहते हैं अधिकारी: योजना का कार्य प्रारंभ हो चुका हैं। वन विभाग की एनओसी आते ही वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम प्रारंभ होगा। योजना निर्धारित समयावधि में पूर्ण कर ली जाएगी।- पीके सक्सेना, जीएम, जल निगम, टीकमगढ़।