scriptपहाडी को हरा भरा करने अभियान | harit pradesh abhiyan me pahadi ko krege hara | Patrika News

पहाडी को हरा भरा करने अभियान

locationटीकमगढ़Published: Jul 21, 2019 08:48:47 pm

Submitted by:

vivek gupta

पत्रिका द्वारा चलाए जा रहे हरित प्रदेश अभियान के साथ सहयोगी युवाओ ने पौधे रोपकर लिया संकल्प

harit pradesh abhiyan me pahadi ko krege hara

harit pradesh abhiyan me pahadi ko krege hara

टीकमगढ़..जिले के जतारा वन परिक्षेत्र के झरिया के पास स्थित वरकछार पहाड़ी को हरा भरा कर हरी चुनर पहनाने का अभियान चलाया जा रहा है। पर्यावरण सरंक्षण को लेकर पत्रिका द्वारा चलाए जा रहे हरित प्रदेश अभियान के साथ सहयोगी होकर गायत्री परिवार ने वृक्ष गंगा अभियान के तहत रविवार को ११ हजार पौधे लगाकर पहाड़ी को हरी चुनरी पहनाने का संकल्प लिया। इसके साथ ही अभियान के तहत टीकमगढ़ के होमगार्ड मंदिर में भवानी सेना के द्वारा पौधरोपण किया गया।

जतारा वन क्षेत्र के समीपस्थ जरया वरकछार की सीमा रिजर्व फ रेस्ट की पहाड़ी पर गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओ द्वारा ,वन विभाग, वन समिति के संयुक्त समन्वय से पहाड़ी को हरा भरा कर हरी चुनर पहनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।

सीड़वॉल का किया जा रहा उपयोग
वृक्ष गंगा अभियान के प्रभारी जालम प्रजापति ने बताया कि गायत्री परिवार के युवाओं ने इस वर्ष गुरु पूर्णिमा से रक्षाबंधन तक करीब 11 हजार पोधों को रोपने का निश्चय किया है। अभियान के तहत 6500 पौधे नीम, सागौन ,चिरौल, आंवला आदि विभिन्न किस्म के जंगली पौधे रोपित किए जा रहे हैं।

इसके अलावा खाली पडे परिक्षेत्र में नीम के सीड बॉल भी फेंककर गिराए जा रहे हैं। इन सीड बॉल की विशेषता यह है कि ये जहाँ गिरेंगे, वहाँ स्वत: पौधे अंकुरित हो जाएंगे । इन्हें अलग से लगाने की जरूरत नही पडेगी। इन्हें तैयार करने में नीम की निबौरी में उपयुक्त खाद मिलाकर गेंद नुमा गोली बनाकर सुखा लिया जाता है। जिसके बाद पहाडीनुमा स्थान ,जंगल या नदी किनारे स्थित जमीन पर इन्हें फेंककर गिराया जाता है।
कुछ समय बाद यह जँहा गिरते हैं ,वहाँ पौधे के रूप में अंकुरित हो जाते हैं। गायत्री परिवार के कार्यकर्ता मदन समेले ने बताया कि सर्वाधिक पौधारोपण की जरूरत जंगलों में स्थित पहाडयि़ों पर ही होती है । जिससे अनुकूल वर्षा का माहौल तैयार हो सके और सूखे से निजात मिले। समेले ने बताया कि अभियान संगठन प्रकोष्ठ के जिला समन्वयक कमलापति शर्मा एवं युवा प्रकोष्ठ के संयोजक दिलीप कटारे के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे हैं।
पुत्र के समान करे पौधे का पालन
रिजर्व फ रेस्ट के वनपाल अश्विनी मिश्रा ने कहा कि जिले में लगातार सूखे के हालात बन रहे है। बावजूद इसके लोग ना तो जल संरक्षण का महत्व समझ रहे हैं और ना ही पौधारोपण को लेकर अपनी भूमिका का सही निर्वाहन कर रहे है। वनपाल मिश्रा ने कहा कि यदि हर इंसान एक पौधा लगाए तो क्षेत्र में ही लाखों पोधों को रोपित किया जा सकता है और अपने पर्यावरण की रक्षा की जा सकती है।

वन विभाग के अनिल द्विवेदी ने कहा कि पौधों को लगाने के बाद उन्हें पुत्र समान मानकर उनके संरक्षण और देखभाल की आवश्यकता होती है। इसलिए पहाड़ी के चारों तरफ कटीले तारों की फेंसिंग से इनकी सुरक्षा संभव होगी । जानवरों से पेड़ पौधे सुरक्षित होंगे उन्होंने कहा कि समय रहते लोगों को जागरूक रहना होगा नहीं तो आगे आने वाली पीढ़ी को ऑक्सीजन पैसे देकर खरीदनी होगी।

युवाओ ने की अभियान की सराहना
भवानी सेना के कार्यकर्ताओ ने भी होमगार्ड मंदिर में पौधरोपण किया। जिसमें तुलसी,पीपल,आम,अमरूद के पौधे रौपे। भवानी सेना के द्वारा मंदिर के चारों ओर २५ पौधो का रोपण किया। इसके साथ ही सभी ने पौधों को संरक्षित करने की भी बात कहीं।
इस दौरान भवानी सेना के जिलाध्यक्ष मानस बादल का कहना था कि पत्रिका का यह अभियान हमें प्रेरणा दे रहा है। लोगों को भी इसके लिए सहयोग करना चाहिए। पर्यावरण के महत्व का पता तब होता है तब अन्य स्थानो पर बारिश होती है और अपना क्षेत्र सूखे से जूझता है। पेड होगें तो पर्यावरण संतुलित होगा और बारिश के साथ ही प्राणवायु भी लोगो को मिलेगी।
इस दौरान प्राणसिंह यादव, अंकित तिवारी, रोहित यादव, चंदन उटमालिया, रिंकू अहिरवार, रूपल द्विवेदी, मनोज यादव, राजू यादव, वेदांत मिश्रा, भरत, शिवम विश्वकर्मा, राजा ठाकुर,जीतेन्द्र यादव,शिवम महरौलिया, शिवाजी नायक सहित युवा मौजूद रहे।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो