जतारा वन क्षेत्र के समीपस्थ जरया वरकछार की सीमा रिजर्व फ रेस्ट की पहाड़ी पर गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ के कार्यकर्ताओ द्वारा ,वन विभाग, वन समिति के संयुक्त समन्वय से पहाड़ी को हरा भरा कर हरी चुनर पहनाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
सीड़वॉल का किया जा रहा उपयोग
वृक्ष गंगा अभियान के प्रभारी जालम प्रजापति ने बताया कि गायत्री परिवार के युवाओं ने इस वर्ष गुरु पूर्णिमा से रक्षाबंधन तक करीब 11 हजार पोधों को रोपने का निश्चय किया है। अभियान के तहत 6500 पौधे नीम, सागौन ,चिरौल, आंवला आदि विभिन्न किस्म के जंगली पौधे रोपित किए जा रहे हैं।
रिजर्व फ रेस्ट के वनपाल अश्विनी मिश्रा ने कहा कि जिले में लगातार सूखे के हालात बन रहे है। बावजूद इसके लोग ना तो जल संरक्षण का महत्व समझ रहे हैं और ना ही पौधारोपण को लेकर अपनी भूमिका का सही निर्वाहन कर रहे है। वनपाल मिश्रा ने कहा कि यदि हर इंसान एक पौधा लगाए तो क्षेत्र में ही लाखों पोधों को रोपित किया जा सकता है और अपने पर्यावरण की रक्षा की जा सकती है।
वन विभाग के अनिल द्विवेदी ने कहा कि पौधों को लगाने के बाद उन्हें पुत्र समान मानकर उनके संरक्षण और देखभाल की आवश्यकता होती है। इसलिए पहाड़ी के चारों तरफ कटीले तारों की फेंसिंग से इनकी सुरक्षा संभव होगी । जानवरों से पेड़ पौधे सुरक्षित होंगे उन्होंने कहा कि समय रहते लोगों को जागरूक रहना होगा नहीं तो आगे आने वाली पीढ़ी को ऑक्सीजन पैसे देकर खरीदनी होगी।
भवानी सेना के कार्यकर्ताओ ने भी होमगार्ड मंदिर में पौधरोपण किया। जिसमें तुलसी,पीपल,आम,अमरूद के पौधे रौपे। भवानी सेना के द्वारा मंदिर के चारों ओर २५ पौधो का रोपण किया। इसके साथ ही सभी ने पौधों को संरक्षित करने की भी बात कहीं।