बोवाई के बाद लिए गए बीज और खाद के सैंपल फेल
टीकमगढ़Published: Aug 07, 2023 07:35:33 pm
खरीफ बोवाई के बाद कृषि विभाग ने बीज, खाद और कीटनाशक दवाओं का सैंपल लेना शुरू किया। विभाग ने कुछ दिन बाद सैंपलों को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा। उसके बाद खाद और बीज सैंपलों की रिपोर्ट फेल निकली।


How to make farming a profitable business
टीकमगढ़. खरीफ बोवाई के बाद कृषि विभाग ने बीज, खाद और कीटनाशक दवाओं का सैंपल लेना शुरू किया। विभाग ने कुछ दिन बाद सैंपलों को प्रयोगशाला में जांच के लिए भेजा। उसके बाद खाद और बीज सैंपलों की रिपोर्ट फेल निकली। जबकि जिले के सभी किसान लाखों हेक्टेयर में खरीफ की बोवाई कर चुका है और कीटनाशक दवाओं का छिडकाव भी कर चुका है। उसके बाद कृषि विभाग मैदान में आया। जिसका किसानों को कोई लाभ नहीं है। विभाग की इस खानापूर्ति से किसानों का विश्वास उठले लगा है।
टीकमगढ़ जिले के किसानों ने २ लाख ३१ हजार २८० हेक्टेयर और निवाड़ी जिले के किसानों ने ७८ हजार ६२० हेक्टेयर में उड़द, सोयाबीन, मूंगफली, धान, मक्का, ज्वार, कोदो कूटकी, तुअर, मूंग, तिल साथ अन्य बीजों को बोया है। जब खरीफ सीजन की बोवाई शुरू हुई और उसके पहले से कृषि विभाग ने बीज, खाद और कीटनाशक दवाओं के सैंपल नहीं लिए। बोवाई पूर्ण होने के बाद टीकमगढ़, बल्देवगढ़, पलेरा, जतारा, पृथ्वीपुर और निवाड़ी में कृषि विभाग ने सैंपल लेना शुरू कर दिया और जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया। जिसमें बीज और खाद की रिपोर्ट फेल आई है।
बीज की १२ और खाद की ३ रिपोर्ट फेल
कृषि विभाग से मिली जानकारी अनुसार टीकमगढ़ जिले में बीज के ५६ सैंपल लिए गए। उन्हें ऑनलाइन प्रयोगशाला जांच के लिए भेजे गए। जिसमें १२ सैंपल की रिपोर्ट फेल आई है। ऐसे ही खाद के टीकमगढ़ और निवाड़ी से ४९ सैंपल लिए गए। जिसमें ३ सैंपल फेल हो गए। दोनों जिलों में कीटनाशक दवाओं के ३ ही सैंपल लिए गए है।