क्या तलाश करने गई थी पुलिस: एसपी ऑफिस पहुंचे लगभग एक सैकड़ा लोगों के दबाव के बाद पुलिस अधिकारियों ने पीडि़तों का मेडीकल परीक्षण कराया। वहीं परिजन एवं ग्रामीण पुलिस की इस अनैतिक कार्रवाई को लेकर सभी दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कह रहे थे। विद्यादेवी का कहना था कि जब उनके परिजनों के खिलाफ किसी प्रकार का आपराधिक मामला नही है, तो फिर पुलिस क्या तलाशी लेने गई थी। बिना अपराध के किसी घर की तलाशी लेने के बाद पर पुलिस की यह कार्रवाई संदेह के घेरे में आ गई है। वहीं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सरपंच के बहनोई के खिलाफ केस दर्ज होने एवं उनकी पत्नि को यहां पर तलाश करने की बात कह रहे है।
दिया धरना: यहां पर पुलिस परिजन इस मामले में सीधे पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे। लेकिन पुलिस का कहना था कि मेडीकल रिपोर्ट आने एवं जांच के बाद पूरा मामला एसपी के सामने रखा जाएगा, उसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी। इसे लेकर ग्रामीण नाराज हो गए और एसपी ऑफिस में बैठकर ही धरना शुरू कर दिया। इसकी जानकारी होने पर एएसपी एसके जैन और एसडीएम गणेश जयसवाल मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने दो दिन में मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर धरना समाप्त किया गया।
कहते है अधिकारी: पुलिस बिना सर्च वारंट के भी तलाशी ले सकती है। विद्यादेवी के बहनोई और ननद के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है। इसमें बहनोई जेल में है और ***** फरार है। पुलिस उनकी तलाश करने गई हुई थी। इस मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।- एसके जैन, एएसपी, टीकमगढ़।