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पुलिस ने सरपंच के घर में घुसकर की मारपीट, एसपी ऑफिस में धरना-प्रदर्शन

locationटीकमगढ़Published: Oct 03, 2018 11:38:43 am

Submitted by:

anil rawat

देहात थाना प्रभारी सहित अन्य स्टॉफ के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए धरना प्रदर्शन किए। दो दिन में कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही पीडि़तों ने धरना समाप्त किया।

In house raid SP office demonstration

In house raid SP office demonstration

टीकमगढ़. देहात थाने के ग्राम शिवराजपुरा में सरपंच के घर में पुलिस द्वारा घुस कर जबरन तलाशी लेने एवं मारपीट करने का मामला सामने आया है। पुलिस की इस कार्रवाई से नाराज सरपंच के परिजनों एवं ग्रामीणों ने इसकी शिकायत एसपी से करने के साथ ही देहात थाना प्रभारी सहित अन्य स्टॉफ के खिलाफ मामला दर्ज करने के लिए धरना प्रदर्शन किए। प्रशासन के दो दिन में कार्रवाई के आश्वासन के बाद ही पीडि़तों ने धरना समाप्त किया।
अभी लखनऊ में विवेक तिवारी की पुलिस द्वारा की गई हत्या का मामला सोशल मीडिया पर शांत भी नही हुआ था और लोग पुलिस के खिलाफ आक्रोश व्यक्त कर रहे थे, कि इस बीच टीकमगढ़ में भी पुलिस की लालफीताशाही ने खाकी पर एक बार फिर से दाग लगा दिया है। मामला देहात थाने के ग्राम शिवराजपुरा का है। यहां की सरपंच विद्यादेवी यादव ने ग्रामीणों के साथ आकर एसपी से देहात थाना प्रभारी त्रिवेद त्रिवेदी एवं उनके स्टॉफ पर मारपीट के आरोप लगाए है।
घर में घुस कर की मारपीट: एसपी ऑफिस आई विद्यादेवी यादव ने आरोप लगाया कि गांधी जयंती के अवसर पर ग्राम सभा की बैठक लेने के लिए वह अपने पुत्र अरूण यादव के साथ बाहर निकल रही थी, कि तभी देहात थाना प्रभारी त्रिवेद्र त्रिवेदी अपने स्टॉफ के साथ उनके घर पहुंचे और अंदर जाने लगे। उन्होंने जब उनसे घर में जाने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि आपके घर की तलाशी लेनी है। इस पर उनके पुत्र अरूण यादव ने सर्च वारंट दिखाने को कहा। लेकिन पुलिस ने इन लोगों को धक्का दिया और घर के अंदर प्रवेश कर गए। इस पर अरूण अपने मोबाईल से इनकी वीडियो बनाने लगा तो पुलिस बाले नाराज हो गए मारपीट करने लगे। उन्हें बचाने के लिए विद्या देवी पहुंची तो उनके साथ भी मारपीट की गई। इसके साथ ही उनकी बहु सोनल सहित अन्य लोगों से भी मारपीट की गई।

क्या तलाश करने गई थी पुलिस: एसपी ऑफिस पहुंचे लगभग एक सैकड़ा लोगों के दबाव के बाद पुलिस अधिकारियों ने पीडि़तों का मेडीकल परीक्षण कराया। वहीं परिजन एवं ग्रामीण पुलिस की इस अनैतिक कार्रवाई को लेकर सभी दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने की बात कह रहे थे। विद्यादेवी का कहना था कि जब उनके परिजनों के खिलाफ किसी प्रकार का आपराधिक मामला नही है, तो फिर पुलिस क्या तलाशी लेने गई थी। बिना अपराध के किसी घर की तलाशी लेने के बाद पर पुलिस की यह कार्रवाई संदेह के घेरे में आ गई है। वहीं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सरपंच के बहनोई के खिलाफ केस दर्ज होने एवं उनकी पत्नि को यहां पर तलाश करने की बात कह रहे है।
दिया धरना: यहां पर पुलिस परिजन इस मामले में सीधे पुलिस के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग कर रहे थे। लेकिन पुलिस का कहना था कि मेडीकल रिपोर्ट आने एवं जांच के बाद पूरा मामला एसपी के सामने रखा जाएगा, उसके बाद ही कार्रवाई की जाएगी। इसे लेकर ग्रामीण नाराज हो गए और एसपी ऑफिस में बैठकर ही धरना शुरू कर दिया। इसकी जानकारी होने पर एएसपी एसके जैन और एसडीएम गणेश जयसवाल मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने दो दिन में मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब कहीं जाकर धरना समाप्त किया गया।
कहते है अधिकारी: पुलिस बिना सर्च वारंट के भी तलाशी ले सकती है। विद्यादेवी के बहनोई और ननद के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज है। इसमें बहनोई जेल में है और ***** फरार है। पुलिस उनकी तलाश करने गई हुई थी। इस मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।- एसके जैन, एएसपी, टीकमगढ़।

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