मोहनगढ़ के गोर और बल्देवगढ़ के सरकनपुर में गड्ढों में नहाने के दौरान बच्चों की मौत पिछले वर्षों में हो गई है। ऐसी घटना अन्य स्थानों पर भी हुई है जहां से बच्चों की मौत की खबर आई है। लेकिन ऐसे हादसों से अभी भी किसी तरह की सीख नहीं ली गई है और जो गड्ढे खोदे जाते हैं और उन्हें खुले में ही छोड़ देते हैं।
केंद्रीय विद्यालय, मॉडल विद्यायल और लॉ कॉलेज के बीच में अवैध खनन करके तलैया में बड़ी-बड़ी खदाने बना दी है। समतल नहीं होने के कारण बारिश के समय दुर्घटनाओं का अंदेशा बना हुआ है। तैलया से आए दिन अवैध खनन होता रहता है। यही हाल पपौरा तलैया का भी बना हुआ है। उसके बाद भी उसे रोकने का प्रयास नहीं किया जा रहा है।
ढोंगा से मऊघाट वाला रोड उप्र को जोड़ता है। इस रोड़ से रेलवे लाइन निकली हुई है। रेलवे लाइन के पुराव के निए नयाखेरा गांव के पास मऊघाट सडक़ किनारे बड़ी खदान बनाई गई है। उस खदान में तभी से पानी भरा हुआ है। उसी के किनारे से रात और दिन ट्रैक्टर और चार पहिया वाहनों के साथ अन्य वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। जहां कई दुर्घटनाएं भी हो गई है। उस खदान में अनियंत्रित होकर वाहन गिर चुके है।
माडूमर ग्राम पंचायत सागर हाइवे किनारे पपौरा तलैया को खोदकर क्षेत्र की सबसे बड़ी खदान बना दी है। उसमें से प्रतिदिन ट्रैक्टरों द्वारा मिट्टी मुरम को उठाया जा रहा है लेकिन उसकी सुरक्षा नहीं की जा रही है। जिसके कारण विगत वर्षों में हादसे भी हो गए है। ऐसे स्थानों को सुरक्षित किया जाए।
इनका कहना
उप्र से टीकमगढ़ के लिए दिन भर में हजारों की संख्या में वाहनों का आवागमन होता है। उसी सडक़ के किनारे से रेलवे लाइन के पुराव के लिए मिट्टी उठाई गई थी। अब उस खदान के किनारे खतरा मडराने लगा है। हालांकि अभी लकडिय़ों की बारी लगाई है। वहां पर रैलिंग लगाने के लिए जिला प्रशासन से मांग की जाएगी।
भूपेंद्र यादव, सरपंच नयाखेरा टीकमगढ़।
अखिलेश कुमार बिदुआ, सरपंच, कुंवरपुरा सुनवाहा टीकमगढ़।