बताया जा रहा है कि, जेसीबी की चपेट में आने से सैराई गांव के रहने वाले 28 वर्षीय सोनू बाल्मीकि की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, 22 वर्षीय अभिषेक बाल्मीकि गंभीर रूप से घायल हुआ है, जिसका उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है। इसके अलावा, 34 वर्षीय रामसजीवन बाल्मीकि और 12 वर्षीय यश को भी चोटें आईं हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
यह भी पढ़ें- भारत से पहुंची अमेरिका के स्कूल को बम से उड़ाने की धमकी, सुरक्षा एजेंसियों ने यहां से पकड़ा आरोपी
परिजन ने जेसीबी ऑपरेटर को पकड़कर की मारपीट
परिजन द्वारा दिगौड़ा पुलिस को घटना की सूचना दी गई। इसके बाद मौके पर पहुंचे दिगौड़ा थाना प्रभारी हिमांशु चौबे ने तत्काल ही आरोपी जेसीबी ऑपरेटर के गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि, घटना के बाद भागने का प्रयास कर रहे आरोपी ऑपरेटर को मृतक के परिजन और ग्रामीणों ने दबोच लिया। इस दौरान उसके साथ जमकर मारपीट भी की गई। साथ ही, जेसीबी में भी तोड़फोड़ की गई है।
लोगों में गुस्सा
हादसे के बाद घटना स्थल का माहौल तनाव पूर्ण होने लगा। पुलिस ने जब गुस्साएं लोगों को जेसीबी में तोड़फोड़ करने के साथ साथ आरोपी को छुड़ाया तो स्थानीय लोग इसका विरोध करने लगे। उनका आरोप था कि, ये हादसा जेसीबी ऑपरेटर की लापरवाही से हुआ है। स्थानीय लोगों की मांग थी कि, उन्हें आरोपी का खुद इंसाफ करने और जेसीबी में तोड़फोड़ करने से नहीं रोका जाए। मौके की गंबीरता को देखते हुए थाना प्रभारी ने तत्काल ही इसकी सूचना विभाग के आला अधिकारियों को दी। इसके बाद कुछ ही देर में एसडीओपी जतारा दिलीप पांडे, थाना प्रभारी लिधौरा हिमांशु भिंडिया, मोहनगढ़ सब इंस्पेक्टर संदीप चौधरी, थाना जतारा उपनिरीक्षक रवि कुशवाहा थाना देहात से एएसआई राजेन्द यादव और समस्त पुलिस थानों से भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गया।
आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज
इसके बाद पुलिस पार्टी ने तुरंत ही मामले को शांत कराते हुए स्थानीय लोगों को उनके घर लौटने की अपील की। साथ ही, मृतक के परिजन को समझाइश देकर हालात काबू में लिये। इसके बाद पुलिस ने तुरंत ही शव का पंचनामा कर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा। साथ ही, घायलों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भिजवाया। साथ ही, लोगों के चंगुल से छुड़ाकर जेसीबी ऑपरेटर को गिरफ्तार कर थाने भेजा। फिलहाल, पिलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 304, 279, 337 के तहत मामला दर्ज किया है।