इसी बीच सागर से बम डिस्पोजल स्कॉड भी मौके पर आई। बीडीएस में शामिल हेमंत त्रिपाठी , अरूण प्रताप, संजय पाण्डे , लक्ष्मन, यशवंत ने प्रशिक्षित डॉग के साथ अन्य विस्फोटकों की संभावनाओं को तलाशा साथ ही कई विस्फोटकों को निष्क्रिय किया। पुलिस ने बताया कि नगर परिषद अध्यक्ष रामचरण कसगर के मकान की दूसरी मंजिल के कमरे में यह विस्फोट हुआ है।
घटना में अध्यक्ष का पुत्र रतिराम कसगर (30) एवं घर में काम कर रहा मजदूर बृजलाल अहिरवार (40) निवासी अमरपुर गंभीर रूप से घायल हो गया। बताया गया है कि अध्यक्ष के मकान में अवैध रूप से पटाखा फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा था। मकान से विस्फोटक निर्माण सामग्री के साथ ही बारूद भी बरामद किया गया है। एसआई बीपी द्विवेदी ने बताया कि विस्फोटक की तौल, घटना की जांच व अन्य कार्रवाई की जा रही है।
छत हुई क्षतिग्रस्त, दीवारों में आई दरार: नगर के मध्य घनी आबादी में स्थित मकान में पटाखा बनाए जाते थे। विस्फोट इतना भीषण था कि मकान की दीवारों में दरार आ गई, कमरे की छत क्षतिग्रस्त हो गई घर में रखी अन्य वस्तुएं भी टूट फूट गई। पड़ोस में रहने वाले बुरी तरह से डर गए। मकान से उठ रहे धुएं के चलते काफी देर तक तो कुछ दिखाई ही नहीं दे रहा था।
थाना प्रभारी ने की अभद्रता: घटना का कवरेज करने मौके पर पहुंचे एक पत्रकार को पुलिस ने घटना का कवरेज करने से रोकने की कोशिश की। जिसकी लोगों ने कडी आलोचना की। पत्रकारेां को पुलिस ने मौके पर कवरेज करने से क्यों रोका यह समझ से परे है। इस बीच थाना प्रभारी द्वारा पत्रकार से अभद्रता भी की गई। जिसकी नगर के लोगों ने कड़ी आलोचना की है।
निर्दलीय जीते , फिर भाजपा मे हुए थे शामिल: नगरपरिषद अध्यक्ष रामचरन कसगर पहले कांग्रेस में थे। जब बड़ागांव नगर परिषद का चुनाव हुआ तो कांग्रेस ने उन्हें टिकिट नहीं दिया। जिसके चलते वह निर्दलीय ही चुनाव मैदान में कूद गए और अध्यक्ष पद जीत दर्ज की। इसके बाद उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली।
कहते हैं अधिकारी: इस मामले में मकान मालिक रामचरण कसगर के विरूद्ध धारा 286, 336 आईपीसी एवं विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धाराओं के तहत मामला किया गया है। विस्फोटकों की जांच कराई जा रही है।- कुमार प्रतीक, पुलिस अधीक्षक, टीकमगढ़